मानसून की पहली बारिश से ही इन राज्यों में तबाही, लोगों को सहारा बनी नाव
ताजा खबर: नई दिल्ली। मानसून (monsoon) की पहली ही बारिश से ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) , बिहार (Bihar) और बंगाल (Bengal) के हालत खराब होने लगे हैं। यूपी में लगातार हो रही बारिश से कई नंदिया उफान आ गई हैं। लखीमपुर खीरी में शारदा नदी (Sharda River) के उफनने से वहां पर बसे 100 गांव से अधिक इसकी चपेट में आ गए हैं। गांवों में फंसे लोगों को बाढ़ पीड़ित क्षेत्र से निकालने के लिए नावों का सहारा लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बाढ़ पीड़ित गांवों में 4 फीट से लेकर 10 फट तक पानी भर गया है।
पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर (West Midnapore) में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। यहां गांव के गांव बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं। गलियों में नाव चल रही है। लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। यहां शिलाबाती और झूमी नदी ने कहर बरपाया है। झूमी नदी में उफान के चलते यहां आस-पास के कई लकड़ी के पुल बह गए हैं।
पटना में कई गांवों का संपर्क टूटा
बिहार में लगातार हो रही मूसलाधार बरसात (torrential rain) ने जीवन पर गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। गंगा नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण पटना के दियारा इलाके के कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। गंगा में हो रही जल वृद्धि के चलते जिला प्रशासन ने पीपा पुल (cask bridge) को बंद कर दिया है जिसके कारण अब दियारा के इलाकों में रहने वाले लोगों को पटना ले जाने के लिए केवल नाव का सहारा बचा है। इसी तरह नाव में चढ़कर ये लोग नदी पार करते हैं। लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं और जरूरत की चीजें जुटा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मॉनसून के दौरान इस इलाके के लोगों को करीब 3 से 4 महीने शहर से कटकर ही रहना होगा।
गंगा का बढ़ा जलस्तर तो दियारा इलाके के लोगों की सवारी बनी नाव
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 (Badrinath National Highway 58) पर रास्ता ध्वस्त हो गया और यात्री फंस गए। इसके बाद क्रेन से रास्ते को सही किया गया। दरअसल, बद्रीनाथ के पास कंचनगंगा नाले में इतना तेज उफान आया कि रास्ता पूरी तरह से ध्वस्त हो गया और पांडुकेश्वर के आराध्य देव घंटाकर्ण देवता (Adorable god Ghantakarna deity) को लेकर बद्रीनाथ धाम की ओर जा रहे श्रद्धालु फंस गए। आखिरकार इन श्रद्धालुओं को क्रेन मंगवाकर सुरक्षित रास्ता पार कराया गया।