भोपाल का नाम बदलने की मांग ने पकड़ा जोर, जगद्गुरु रामभद्राचार्य का प्रज्ञा ने किया समर्थन
प्रज्ञा ठाकुर ने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम हो गया। भोपाल का नाम भोजपाल होने से भोज की गौरगाधा से मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ेगा।
भोपाल। राजधानी भोपाल का नाम बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। अभी हाल ही में सबसे पहले बागेश्वर धाम सरकार के प्रमुख धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के गुरु रामभद्राचार्य ने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मांग की थी। वहीं अब भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उनकी मांग को दोहराते हुए भोपाल का नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने कहा है भोपाल राजा भोज की नगरी है, ऐसे में शहर का नाम भोजपाल किया जाना चाहिए।
प्रज्ञा ठाकुर ने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम हो गया। भोपाल का नाम भोजपाल होने से भोज की गौरगाधा से मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ेगा। बता दें कि भोपाल आए रामभद्राचार्य महाराज ने कहा था जब दूसरे शहरों का नाम बदला जा सकता है तो भोपाल का नाम क्यों नहीं किया जा सकता। वे भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने इसे आर-पार की लड़ाई तक करार दे दिया था।
रामभद्राचार्य ने बागेश्वर धाम का भी किया था समर्थन
वहीं, जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कहा कि धीरेंद्र अंधविश्वास नहीं फैलाते है। वह गुरुजनों का और पूर्वजन का कृपा प्रसाद बांट रहे हैं। उन्होंने उनके विरोध को लेकर कहा कि कुछ लोग धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने उनको जान से मारने की धमकी देने पर कहा कि सरकार को उनकी रक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए।