मध्यप्रदेश

दमोह उप चुनाव हार पर भाजपा में रार: पूर्व वित्त मंत्री मलैया ने वीडी शर्मा से की मुलाकात, नोटिस का भी दिया जवाब

  • दिल्ली जाकार राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे जयंत मलैया

भोपाल। दमोह उप चुनाव (Damoh by-election) में हार के बाद भाजपा (BJP) में अंदरूनी कलह (Infighting) अब भी नहीं थम रही है। 7 बार के विधायक और पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया (Former Finance Minister Jayant Malaiya) को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था उन्हें शोकाज नोटिस (Sokaj notice) भी दिया गया था। वहीं आज जयंत मलैया राजधानी आकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (State President VD Sharma) से मुलाकात की। मलैया दोपहर 12 बजे शर्मा के चार इमली स्थित सरकारी आवास (government House) पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि पार्टी द्वारा हार के लिए जिम्मेदार मानते हुए दिए गए शोकॉज नोटिस का जवाब मलैया ने दे दिया है। दमोह उपचुनाव में हार के बाद BJP ने पार्टी विरोधी गतिविधियों (Anti party activities) को लेकर मलैया परिवार और चार मंडल अध्यक्षों पर कार्रवाई की थी। इसके बाद कई वरिष्ठ नेता मलैया (Senior leader malaiya) के समर्थन में आकर खड़े हो गए। उसके बाद बीजेपी डैमेज कंट्रोल (Damage control) करने में जुट गई है।

मलैया परिवार पर कार्रवाई के बाद BJP कुछ समर्थकों ने पार्टी छोड़ दी है। इसके साथ ही पूर्व मंत्री अजय विश्नोई (Ajay Vishnoi), हिम्मत कोठारी (Himmat kothari) और कुसुम मेहदेले (Kusum Mehdele) ने भी मलैया के समर्थन में आवाज उठाई। इन लोगों ने कार्रवाई को अनुचित कहा था और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मनोबल गिराने वाला बताया था। सूत्रों ने बताया कि बीजेपी नेतृत्व ने यह महसूस किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के समर्थकों को प्रदेश की राजनीति में ज्यादा तवज्जो मिल रही है, इससे पुराने पार्टी कार्यकर्ताओं (Party workers) में नाराजगी बढ़ी है। जानकारी के अनुसार इसे लेकर एक दिन पहले गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) के बीच बैठक हुई है। साथ ही संभावित फार्मूले को लेकर एक संकेत दिए हैं, जिसके जरिए नाराजगी को कंट्रोल किया जाएगा।





पार्टी के एक बड़े नेता ने कहा कि कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों (Anti party activities) के लिए कार्रवाई उचित है, लेकिन हम नहीं चाहते कि क्षेत्र के नेताओं में दरार पैदा हो। दरअसल, बीजेपी ने जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया (Siddharth Malaiya) को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सस्पेंड कर दिया है। साथ में चार मंडल अध्यक्षों पर भी 7 मई को कार्रवाई की है। वहीं, जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद बीजेपी नाराजगी को थामने के लिए नई रणनीति पर काम कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि पार्टी से कोई ऊपर नहीं है। उनके खिलाफ कार्रवाई दमोह से मिले फीडबैक के आधार पर की गई है।

नोटिस मिलने के बाद पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने कहा था कि सिर्फ मेरा बूथ नहीं हारी भाजपा। राहुल लोधी खुद अपना वार्ड हार गया। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद (Union Minister Prahlada) जहां रहते हैं, वह वार्ड हार गए। जिला पंचायत और नगर पालिका अध्यक्ष का वार्ड भी हार गए। अब हार का ठीकरा किसी पर तो फोड़ना था, तो मुझ पर और मेरे बेटे पर फोड़ दिया। शिवराजजी हार की जिम्मेदारी तो लेंगे नहीं। जयंत मलैया ने यह भी कहा था कि वह जल्द ही दिल्ली जाएंगे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे। इसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) भी शामिल हैं। उनके सामने पक्ष रखेंगे। हालांकि उन्होंने अगली रणनीति का खुलासा नहीं किया है। उन्होंने इतना जरूर कहा था कि कुछ ऐसी बातें है जो दिल्ली में ही बताना पड़ेगी। बहरहाल उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात शोकॉज नोटिस पर कोई जवाब दे दिया है।

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