भोपाल। सीपीआई नेता बादल सरोज सोमवार को एक दिनी दौरे राजधानी भोपाल पहुंचे। जहां उन्होंने समन्वय भवन में संविधान विहीन भारत विषय पर आयोजित अखिल भारतीय बहुजन बौद्धिक शिखर सम्मेलन में शिरकत की। इस समिट में मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह,लॉ कमीशन आॅफ इंडिया के पूर्व मेंबर टीएन सदाशिव और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया भी मौजूद रहे। खास बात यह रही की समिट को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता बादल सरोज ने दिग्विजय सिंह जमकर खुटकी ली। उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस सबसे ज्यादा दिग्विजय सिंह से पीड़ित है। हालांकि दिग्गी ने सीपीआई नेता को करारा जवाब दिया।
सीपीआई नेता बादल सरोज ने समिट को पहले संबोधित करते हुए कहा कि मेरे ख्याल से कांग्रेस सबसे ज्यादा पीड़ित है तो दिग्विजय सिंह से। मेरे बहुत सारे दोस्त कहते हैं कि ये मरवाएंगे,आज ये बोल दिया अब ये मरवाएंगे। तो ये गलतफहमियां दूर कर लें कांग्रेस में भी अच्छे लोग हैं। वहीं दिग्विजय सिंह समिट को संबोधित करने उठे तो उन्होंने भी अपने संबोधन में सीपीआई नेता पर उसी अंदाज में पलटवार किया जैसे सरोज बादल ने उनकी चुटकी ली थी।
सीपीआई नेता को दिया जवाब
दिग्गी ने कहा- हो सकता है कांग्रेस पार्टी को मुझसे आपत्ति हो। लेकिन ये बात सही नहीं हैं। मैं उनसे (सीपीआई नेता बादल सरोज) सहमत नहीं हूं। कांग्रेस पार्टी ने आज तक मेरे किसी भी वक्तव्य पर नोटिस नहीं दिया। मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैंने अक्षरश: जो नीति, विचार या विचारधारा कांग्रेस पार्टी की रही है उसका न केवल पालन किया है बल्कि उसको आगे भी बढ़ाया है। संविधान विहीन भारत विषय पर आयोजित समिट को संबोधित दिग्गी ने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संघ पर भी वार किया।
लोकतंत्र बचाना है तो करना पड़ेगा जन आंदोलन
मप्र के पूर्व ने कहा- दो दिन बाद संविधान दिवस आने वाला है। मैंने वक्ताओं को सुना। मैं पूरे तरीके से सबसे सहमत हूं। लोकतंत्र यदि बचाना है तो जन आंदोलन करना पडेगा। क्योंकि भारतीय संविधान के बारे में बाबा साहब अंबेडकर ने कहा है कि भारतीय संविधान पर अमल करने का अवसर किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में नहीं देना चाहिए जिसको लोकतंत्र में विश्वास नहीं हैं। आज दुर्भाग्य से जो व्यक्ति प्रधान सेवक के रूप में हैं वो उस आरएसएस के प्रचारक रहे हैं, जिसने सदैव भारतीय संविधान का विरोध किया है। वे भारतीय संविधान को नाटकीय ढंग से अपने माथे पर लगाकर सम्मान जरूर करते हैं। लेकिन वे करते वही हैं जो उसके विपरीत होता है। संवैधानिक संस्थाओं को सुप्रीम कोर्ट ने इतना ही कहा था कि चुनाव आयोग की कमेटी का आयुक्त चीफ जस्टिस को होना चाहिए। लेकिन उसका पालन नहीं हुआ।
कांग्रेस का हर कार्यकर्ता संविधान बचाने के लिए खड़ा
दिग्विजय सिंह ने कहा- खरगे जी, राहुल जी, प्रियंका जी, सोनिया जी और कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता संविधान के संरक्षण के लिए, संविधान का पालन करने और देश में लोकतंत्र बचाने के लिए खड़ा है। हमारे देश में हर वोटर का संवैधानिक अधिकार है कि वो जिसे चाहे उसे वोट दे। जिसे वोट देना चाहता है, वोट उसे ही मिले। वोट की गिनती सही हो। उसका पालन कराने के लिए आप सब लोग जन आंदोलन के रूप में प्रयास करते हैं तो आप बाबा साहब अंबेडकर के सपनों को पूरा करेंगे।
भाजपा का पलटवार
दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ट्वीट कर लिखा- दिग्विजय सिंह की चोरी और सीनाजोरी। मिस्टर बंटाधार सीना ठोक कर कह रहे हैं कि ” मेरे किसी बयान पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से आजतक कोई नोटिस नहीं मिला नोटिस है”। मतलब स्पष्ट है कि:- हिंदुओं को गाली देना, सनातन का अपमान करना, आंतकवादियों को ‘जी’ कहकर संबोधित करना यह सब सोनिया, राहुल और प्रियंका की मौन सहमति में चल रहा है।