सात जन्मों के बंधन पर कोरोना का ब्रेक: किसी की शादी की तारीख बदली तो किसी ने रिसेप्शन भी किया निरस्त

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कार्ड छपवाने की जगह सोशल मीडिया का लिया जा रहा सहारा
भोपाल। जहां कोरोना ने सभी की जिंदगी बदल दी वही सात फेरो में बंधने वाले जोड़ो ने भी अपना सात जन्मो के बंधन पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है … अप्रैल महीने से एक बार फिर शादियों के मुहूर्त शुरू होने जा रहे हैं। 22 अप्रैल से जुलाई तक की बात करें, तो इस बीच कुल 40 मुहूर्त हैं और 25 अप्रैल को सबसे बड़ा मुहूर्त हैं। इसके बाद 2, 9 व 16 मई को भी शादियां हैं, लेकिन तारीखों में भी रविवार का लॉकडाउन रहेगा। ऐसे में परिवारों ने बारात, फेरे और रिसेप्शन की तारीख बदल ली है।
साथ ही सरकार की जारी की गई कोरोना गाइडलाइन के अनुसार शादी 50 मेहमानों के साथ की जा सकती है। इसी को देखते हुए परिवारों ने शादी को लेकर कई कई बदलाव किए हैं। कई परिवारों ने 25 अप्रैल को होने वाले आयोजन निरस्त कर दिए हैं। कोई बिना कार्ड छपवाए, ही फोन और सोशल मीडिया के जरिए ही गिने-चुने लोगों को निमंत्रण भेज रहे हैं। कुछ ने रात के बजाय दिन में शादी की रस्में निभाने की तैयारी कर ली है। अक्षय तृतीया यानी 14 मई को होने वाले ज्यादातर सामूहिक विवाह भी निरस्त कर दिए गए हैं। जिले में प्रतिवर्ष करीब 100 सामूहिक विवाह के आयोजन होते हैं, जिसमें हजारों कपल परिणय सूत्र में बंधते हैं।
कोरोना गाइडलाइन
शादी समारोह में वर-वधु पक्ष और पुजारी आदि सहित कुल 50 लोग सम्मिलित हो सकेंगे। बारात निकालने पर प्रतिबंध है। शादी स्थल पर बैंड बाजे बज सकेंगे।