कोरोना : फर्जी सर्टिफिकेट बनाने की नहीं अब खैर, जांच के आदेश दे सकता है सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली – कोरोना अनुग्रह राशि के फर्जी दावे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर चिंता जताई है। कोर्ट का कहना है कि – कोरोना की मौत के लिए अनुग्रह मुआवजा पाने के लिए कई लोग फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बना रहे हैं। और अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट कार्यवाही करने से हिचकेगा नहीं। कोर्ट ने अपने आदेश के दुरुपयोग के खिलाफ चेतावनी दी है। कोर्ट ने कहा है कि – ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए जांच का आदेश दिया जा सकता है।
फर्जी प्रमाण पत्रों को लेकर जताई चिंता
न्यायमूर्ति एमआर शाह की अध्यक्षता वाली पीठ ने डॉक्टरों द्वारा जारी किए जा रहे फर्जी प्रमाणपत्रों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।सुप्रीम कोर्ट में मौजूद केरल राज्य की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता आर बसंत से न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि कृपया सुझाव दें कि हम डॉक्टरों द्वारा जारी किए जा रहे फर्जी प्रमाणपत्रों के मुद्दे को कैसे रोक सकते हैं।
14 मार्च को होगी अगली सुनवाई
इस मामले को 14 मार्च को अगली सुनवाई के लिए रखा गया है। बता दें कि – शीर्ष अदालत वकील-सह-याचिकाकर्ता गौरव कुमार बंसल द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जिसमें उन परिवार के सदस्यों के लिए अनुग्रह मुआवजे की मांग की गई थी, जिनकी मृत्यु कोरोना महामारी के कारण हुई थी।