नयी दिल्ली। कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के नवनियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम ने गुरुवार को दो टूक शब्दों में कह दिया है उनके विभाग में चमचागिरी नहीं चलेगी और सिर्फ काम के दम पर संगठन में स्थान मिलेगा। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने जो भरोसा उन पर जताया है, उस पर वह खरा उतरने का प्रयास करेंगे तथा वंचित वर्गों के अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।
गौतम को बीते चार जून को कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपनी कथित टिप्पणियों को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा होने के बाद गौतम ने अक्टूबर, 2022 में दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह पिछले साल छह सितंबर को कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह दिल्ली के सीमापुरी क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं।
गौतम ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने मुझे ज़म्मिेदारी दी है कि जिनके साथ अन्याय हो रहा है, उनकी आवाज उठाएं। देशभर के बहुजन समाज को आश्वस्त करता हूं कि मैं किसी भी कीमत पर अपने महापुरुषों की विचारधारा से समझौता नहीं करूंगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आ”ान किया, कोई चमचागिरी नहीं चलेगी, मैं चाहता हूं कि पैर छूने की प्रथा छोड़ दें, उपहार लाना और गुलदस्ते देना बंद होना चाहिए…लोग काम के दम पर संगठन में स्थान पाएंगे।
गौतम का कहना था, कांग्रेस जब भी मजबूत रही तो हमारे लिए अच्छी योजनाएं बनीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी को संविधान की मसौदा समिति का प्रमुख बनने का मौका मिला और उन्होंने हमें संविधान देकर समान अधिकार दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान समय में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्गों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति समय पर नहीं दी जा रही है।