अच्छी खबर: गुलेरिया ने कहा- सितंबर तक मिल सकती है बच्चों की वैक्सीन

प्रमुख खबरें: नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Corona pandemic) से मची तबाही को रोकने के लिए भारत में टीकाकरण का महाअभियान (vaccination campaign) चलाया जा रहा है। इसमें भारत ने स्वदेश वैक्सीन कोवीशील्ड- कोवैक्सीन (CoveShield- Covaccine) और विदेशी वैक्सीन स्पूतनिक-वी (sputnik-v) के टीके का सहारा लिया जा रहा है। इस बीच दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr. Randeep Guleria) ने बच्चों के टीके (Children’s Vaccines) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया है कि बच्चों को कोरोना का टीका देने के लिए भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगर इसके अच्छे परिणाम रहे तो सितंबर अक्टूबर तक बच्चों को वैक्सीन लगाई जा सकती है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली एम्स के डायरेक्टर का यह बयान ऐसे समय आया है जब कोवैक्सीन की दूसरी खुराक 2-6 साल के बच्चों को अगले ही सप्ताह दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही थी। दिल्ली स्थित एम्स में 6-12 साल की उम्र के बच्चों को कोवैक्सिन की दूसरी खुराक पहले ही दी जा चुकी है। 22 जून को, रणदीप गुलेरिया ने बताया था कि सितंबर तक बच्चों के लिए एक कोविड -19 (Covid-19) वैक्सीन उपलब्ध होगी। कावैक्सीन के अलावा, बच्चों के ल्जिाइडस कैडिलाके (lygidus cadillake) टीके का परीक्षण भी वर्तमान में देश में चल रहा है।
7 जून को, दिल्ली एम्स ने 2 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों की कोविड-19 वैक्सीन के परीक्षण के लिए स्क्रीनिंग शुरू की। 12 मई को, DGCI ने भारत बायोटेक को दो साल से कम उम्र के बच्चों पर कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति दी थी। ट्रायल बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से कैटेगरी में बांटकर किया जाता है, जिसमें हर उम्र के 175 बच्चों को शामिल किया गया है। दूसरी खुराक पूरी होने के बाद एक अंतरिम रिपोर्ट जारी की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि टीका बच्चों के लिए कितना सुरक्षित है।