कोरोना कहर के बीच राहत: केन्द्र मप्र को देगा 450 टन आक्सीजन, राजधानी कोे मिलेगी 40 टन

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मध्यप्रदेश में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 55 हजार के पार
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बढ़ते संक्रमण के कारण प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी पूरी तरह से चरमरा गई हैं। मध्य प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा 55 हजार के पार पहुंच गया है। पिछले 10 दिन से प्रदेश में कोविड अस्पताल आक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। हालात बिगड़ने के बाद सरकार ने आक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार का सहारा लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार केंद्रीय मंत्रियों के संपर्क में है। केन्द्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मध्य प्रदेश को भिलाई, राउरकेला गुजरात व देवरी से 450 टन आक्सीजन की आपूर्ति का आश्वासन दिया है।
बता दें कि कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े डरावने होते जा रहे हैं। अप्रैल माह में अब तक 367 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। अस्पतालों में आॅक्सीजन की कमी के चलते मरीज दम तोड़ रहे हैं। सरकारी हेल्थ बुलेटिन में मौतों के आंकड़े और श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे शवों की संख्या में बड़ा अंतर है। सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश में मौजूदा मरीजों के हिसाब से आक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन जमीनी हककीत यह है कि कई अस्पतालों ने गंभीर मरीजों को भर्ती करने से इंकार करना शुरू कर दिया है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि बुधवार को 295 टन आक्सीजन की आपूर्ति हुई थी। अब प्रदेश में मांग के अनुरूप आक्सीजन की सप्लाई हो रही है। उन्होंने दावा किया है कि कोरोना केस बढ़ने के साथ ही सरकार ने आॅक्सीजन की आपूर्ति पर फोकस किया है। प्रदेश के किसी भी जिले में आक्सीजन की कमी नहीं आएगी।
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मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि भिलाई, राउरकेला और देवरी से 450 टन आॅक्सीजन की सप्लाई 16-17 अप्रैल के बीच में हो जाएगी। इसमें से भोपाल के अस्पतालों के लिए 40 टन आॅक्सीजन रिजर्व की गई है। गुरुवार सुबह 10 टन आॅक्सीजन भोपाल पहुंच चुकी है । जबकि 30 टन शुक्रवार सुबह पहुंचेगी।