गरुड़ पुराणज्योतिष

गरुड़ पुराण के अनुसार इन कामों को करने से होता है सुख-समृद्धि का वास

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का बेहद महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसमें जीवन का संपूर्ण सार निहित है। गरुड़ पुराण में मृत्यु और मृत्यु के पश्चात की घटनाओं का विवरण किया गया है।

ज्योतिष : गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का बेहद महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसमें जीवन का संपूर्ण सार निहित है। गरुड़ पुराण में मृत्यु और मृत्यु के पश्चात की घटनाओं का विवरण किया गया है। इतना ही नहीं इसमें गृभसंस्कार और गर्भ में पल रहे शिशु के विषय में भी सविस्तृत जानकारी दी गई है। इसके साथ ही इसमें कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें बताई गई है, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते है। उनकी वजह से सोया हुआ भाग्य फिर से जागृत हो जाता है।

वैष्णव संप्रदाय से संबंधित है ग्रंथ  (This treatise has relation with Vaishnav sect)

गरुड़ पुराण को वैष्णव संप्रदाय से संबंधित ग्रंथ माना गया है। यह हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण ग्रंथ है जोकि 18 महापुराणों में एक है। इसमें भगवान विष्णु अपने वाहन पक्षीराज गरुड़ से जो बातें कहते हैं उसका उल्लेख मिलता है। वैसे तो मां लक्ष्मी को मनाने के लिए आप क्या कुछ नहीं करते है। ऐसे में गरुड़ पुराण में निहित बाते मां लक्ष्मी को रुठने से बचाव करने में हमारी मदद करती है। गरुड़ पुराण का पाठ करने के बाद आपको पता चलेगा कि आखिर किन कामों से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और भाग्य आपसे रूठ जाता है। गरुड़ पुराण में बताए गए इन बातों को यदि आप अपने जीवन में ढालेंगे तो, मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और सोया हुआ भाग्य भी फिर से जाग जाएगा। आइए जानते हैं इसके बारे में।

प्रतिदिन करें ये काम (Do this thing daily)
1. सुबह उठने के बाद सबसे पहले ईश्वर के दर्शन कर प्रणाम करना चाहिए। कहा जाता है कि आप दिन कि शुरुआत जिस तरह के करेंगे आपका दिन भी वैसा ही बीतेगा। यदि आप सुबह भगवान के दर्शन करेंगे तो निश्चित रूप से आपका दिन शुभ होगा और सारे काम सफल होंगे।

  1. सुबह ईश्वर को प्रणाम करने के साथ ही रात में सोने से पहले भी भगवान का स्मरण जरूर करना चाहिए। इसके साथ दिनभर के लिए भगवान का धन्यवाद करें, ताकि आपका आने वाला कल भी अच्छा हो, इसके लिए भी प्रार्थना करें।
  2. ज्योतिष शास्त्र में पितरों को प्रसन्न रखने का बेहद महत्व माना गया है। ऐसे में सुखी जीवन के लिए देवताओं और पितरों के आशीर्वाद की जरूरत होती है। घर पर बनने वाली पहली रोटी गाय को और आखिरी रोटी कुत्ते को खिलाएं। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
  3. वहीं जीवन का सुचारू रूप से चलाने के लिए मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद की भी जरूरत रहती है। ऐसे में घर पर बनने वाले सात्विक भोजन को ग्रहण करने से पहले भगवान को भोग लगाएं। इससे मां अन्नापूर्णा का आशीर्वाद बना रहेगा।
  4. इसके अलावा घर पर नियमित रूप से तुलसी पूजन जरूर करें। जिस घर पर तुलसी पूजन होता है, वहां सदैव मां लक्ष्मी वास करती हैं और ऐसे घर पर कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं होती है।

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