भगोड़े हीरा कारोबारी चौकसी के प्रत्यर्पण पर कैरेबियन कोर्ट ने लगाई रोक, आज फिर सुनवाई
डोमिनिका। पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) घोटाले का आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी (Diamond trader Mehul Choksi) को डोमिनिका सरकार (Dominica government) भारत को न सौंपकर वापस एंटीगुआ-बारबुडा (Antigua-Barbuda) सरकार को सौंपेंगी। डोमिनिका सरकार ने इसकी जानकारी दी है। भारत का भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की याचिका पर ईस्टर्न कैरेबियन सुप्रीम कोर्ट (Caribbean Supreme Court) में सुनवाई हुई। कोर्ट ने फिलहाल चोकसी के प्रत्यर्पण (Extradition) पर रोक लगा दी है। इस मामले की दोबारा सुनवाई आज फिर होगी। डोमिनिका में चोकसी के वकील वेन मार्श (Wayne Marsh) ने कहा कि वे एंटीगुआ के नागरिक हैं भारत के नहीं। हमने सुना है कि एंटीगुआ के पीएम ने डोमिनिकन पीएम (Dominican PM) से चोकसी को भारत भेजने कहा है क्योंकि अगर चोकसी वापस एंटीगुआ पहुंचते हैं तो उन्हें संविधान के मुताबिक संरक्षण देना होगा।
मेहुल चोकसी अभी डोमिनिका में पुलिस की हिरासत में है। पुलिस का कहना है कि उससे लगातार पूछताछ जारी है। वहीं, मेहुल के वकील विजय अग्रवाल (Vijay Aggarwal) ने कहा था कि हमारी कानूनी टीम ने अदालत में याचिका दाखिल की है ताकि मेहुल चोकसी तक पहुंच बनाई जा सके और उन्हें कानूनी मदद (Legal Help) दी जा सके।
एंटीगुआ ने भारत को सौंपने को कहा था
एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने (Gaston Browne) ने पड़ोसी देश डोमिनिका से भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंपने के लिए कहा है। चोकसी को डोमिनिका में पकड़ा गया थ। मंगलवार रात को डोमिनिका में चोकसी की गिरफ्तारी की खबरों के बाद ब्राउने ने स्थानीय मीडिया से कहा कि उन्होंने डोमिनिका के प्राधिकारियों को चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
ब्राउने ने संकेत दिया कि चोकसी के पास डोमिनिका में वैसे अधिकार नहीं होंगे जैसे कि एंटीगुआ एंड बारबुडा में थे। 2017 में नागरिकता लेने के बाद 2018 से वह एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा था। PM का मानना है कि डोमिनिका के लिए चोकसी को सीधे भारत को सौंपना आसान होगा।
मेहुल चोकसी को वापस एंटीगुआ एंड बारबुडा भेजा जाएगा
मेहुल चोकसी को Dominica government वापस एंटीगुआ और बारबुडा भेजेगी। प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउने ने इस दुर्भाग्यपूर्ण फैसला बताया। इस बीच डोमेनिका में मेहुल के वकील मार्श वेन ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि गुरुवार सुबह उनकी मेहुल से पुलिस स्टेशन में मुलाकात हुई। वकील के मुताबिक, मेहुल ने आरोप लगाया कि उनका अपहरण कर लाया गया है। उनके साथ मारपीट भी की गई। वकीलों ने मामले में राहत के लिए अदालत में अपील दाखिल की है।