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टॉयलेट पाइप के माध्यम से भी फैल सकता है वायरस? जानें शोध में क्या आया सामने

देश में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। इन सबके बीच कोरोना बार-बार अपना स्वरूप भी बदल रहा है। वहीं इसकी तीसरी लहर आने की आशंका (Anticipation of a third wave)भी जताई जाने लगी है। ऐसे में जहां लोगों में डर व्‍याप्‍त है, वहीं वैज्ञानिक (Scientist) भी इसके बारे में कई तरह की जानकारियां जुटा रहे हैं। अभी तक कोरोना संक्रमण के बारे में यह बात सामने आ चुकी है कि कोरोना संक्रमित (Corona Infected) व्‍यक्ति के खांसने-छींकने पर हवा में फैला वायरस (Virus) आंख, नाक, मुंह के जरिए स्वस्थ व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है। तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के लिए अब यह भी खबर सामने आ रही है कि कोरोना बाथरुम के पाइप (Corona bathroom pipes)के जरिए भी फैलता हैं। दरअसल जापनी क्रूज(Japanese cruise) में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की सूचना के बाद हांगकांग में वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने में जुट चुके हैं कि क्या कोरोना वायरस बाथरूम पाइप के जरिए भी फैलता है? जानिए इसकी सच्‍चाई

एनबीटी (NBT) में एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि फ्लश (Flush) करने से वायरस (Virus) निकल कर हवा में मिल जाता है। हरवर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (TH Chan School Of Public Health) में हेल्दी बिल्डिंग प्रोग्राम के डायरेक्टर कहते हैं कि जैसे ही हम फ्लश करते हैं तो प्रति क्यूबिक मीटर(Per cubic meter) हवा में 10 लाख कण मिल जाते हैं। इनमें सभी में तो वायरस नहीं होता लेकिन सार्वजनिक शौचालयों (Public toilets) में जो लोग बाद में इसका उपयोग करते हैं, उन पर इसका खतरा बना रह सकता है। यानी कोरोना संक्रमित (Corona infected)के टॉयलेट उपयोग (Toilet use)करने से अन्‍य पर संक्रमण का खतरा होगा। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि अगर सोसायटी की बिल्डिंग (Society’s Building) के एक फ्लैट के टॉयलेट से दूसरे टॉयलेट तक भी क्‍या कोरोना वायरस फैल सकता है। इसके लिए हांगकांग की एक बिल्डिंग का उदाहरण दिया गया। इसके तहत वैज्ञानिकों को लगता है कि यहां की बिल्डिंग में वायरस का संचार प्लंबिंग सिस्टम (Communication plumbing systems) के जरिए हुआ था।

चीन के ग्वांगझू (Guangzhou of china ) में एक खाली अपार्टमेंट के बाथरूम में कोरोनो वायरस के निशान पाए जाने के बाद शोधकर्ताओं (Researchers) ने यह दावा किया है। इस चौंका देने वाले खोज ने यह संकेत दिया है कि वायरस छोटे-छोटे हवा के कणों के जरिए नाली के पाइप से हवा के जरिए ऊपर पहुंचा, क्योंकि जब आप टॉयलेट फ्लश (Toilet flush) करते हैं, तो हवा के दबाव बनने के कारण कोरोना वायरस ऊपर आया होगा। बता दें कि शुरुआत से ही कई शोधकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या वाकई बाथरूम या टॉयलेट के पाइप के जरिए कोरोना फैल सकता है।

भारत में भी इस आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता। ऐसे में इससे इंकार नहीं कर सकते कि गर एक अपार्टमेंट में कई लोग संक्रमित हों तो संभव है कि वायरस उनके टॉइलेट के जरिये जिनके पाइप जुड़े हों उसकी सीध में बने अन्‍य अपार्टमेंट्स तक भी पहुंच जाए. ऐसे में कुछ सावधानियां बरतें।

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