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बात कुछ और काम कुछ और, ग्रीन एनर्जी पर केवल फोकस?

व्यापार : दिल्ली – केन्द्र सरकार(Central Government) लगातार दावा कर रही है, कि अब सरकार का फोकस ग्रीन एनर्जी(Green Energy) पर है। ग्रीन एनर्जी(Green Energy) को बढ़ावा देने के लिए हर स्तर (Level) प्रयास किये जाएंगे और जनता को जागरुक करने के लिए अभियान भी चलाये जाएंगे। जिन्हें देखकर लग रहा है, कि सरकार अब पेट्रोलियम पदार्थों (Petroleum)  की उत्पादन क्षमता पर रोक लगाने जा रही है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। हकीकत कुछ और ही है कि सरकार ने तो पेट्रोलियम पदार्थों की रिफाइनिंग(Refining) क्षमता को दोगुना करने के प्रयास शुरु कर दिएं है। वर्तमान में देश में पेट्रोलियम पदार्थों की रिफाइनिंग क्षमता 24.6 करोड़ टन है। इसके साथ ही सरकार(Government) के द्वारा देश के पश्चिमी तट पर एक नई विशाल रिफाइनरी लगाने को लेकर लगातार विमर्श किया जा रहा है। हालांकि सरकार ग्रीन एनर्जी के प्रयोग को भी बढ़ावा देना चाहती है इसलिए सरकारी रिफाइनरिज के मौजूदा स्वरुप में बदलाव लाने के प्रयास भी किएं जाएंगे। इनके कारोबार के मिश्रण में होने वाले बदलाव के मद्देनजर ढांचे में भी बदलाव लाने की योजना की भी सरकार के द्वारा तैयार की जा रही है।

बढ़ेंगी एलपीजी की खपत  

सरकार की कोशिश है, कि पेट्रोल व डीजल की मांग अगले कुछ दशकों में कम हो जाएं, लेकिन दूसरी रिफाइनरी में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग बढ़ाना तय है। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय(Petroleum – Natural Gas) के सचिव बताते है कि आने वाले समय में पेट्रो रसायन की मांग में बड़ी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है, जिसके हिसाब से मौजूदा रिफाइनरी में बदलाव किया जाएगा। इसके अलावा भविष्य में कई ऐसे रिफाइंड उत्पादों की मांग भी बढ़ने वाली है, जिसकी अभी कल्पना भी संभव नहीं है। वर्तमान में भारत 50 फीसद एलपीजी अपनी खपत के लिए आयात करता है। एक फैक्ट यह भी है कि एलपीजी हर रसोई घर तक पहुंच चुकी है। लेकिन अभी भी हर घर में रोजना रसोई गैस का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इसलिए संभावना है कि आने वाले समय में एसपीजी की खपत भी बढ़ेंगी।

क्षमता बढ़ाएंगी इंडियन ऑयल

आने वाले पाँच सालों में सरकारी क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन(Indian Oil corporation) अपनी क्षमता में 2.5करोड़ टन का इजाफा करेगी। इसके साथ ही महाराष्ट्र क्षेत्र में नई रिफाइनरी लगाने को लेकर बातचीच की जा रही है। यह रिफाइनरी देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी होगी। हालांकि भविष्य के बाजार को देखते हुए रिफाइनरियों के द्वारा ग्रीन फ्यूल को लेकर कई योजनाओं पर काम शुरु कर दिया है। निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक लाख मेगावाट क्षमता की सोलर एनर्जी प्लांट लगाने की घोषणा की है।

भविष्य का ईंधन हाईड्रोजन फ्यूल

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) ने अंतरराष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कहते हुए हाल ही में कहा कि हाइड्रोजन फ्यूल(Hydero Fuel) को भविष्य का ईंधन है जैसे-जैसे भारत में इसकी खपत बढ़ेगी, इसकी कीमत भी कम होती जाएगी। बता दें कि केंद्र सरकार साल 2030 तक देश में बिजली से चलने वाले वाहनों को तेजी से विस्तार करने पर काम कर रही है।

 

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