देश में टूटा कोरोना का कहरः बीते एक दिन में मिले रिकाॅर्ड 1.31 लाख से अधिक मरीज

नई दिल्ली। कोरोना महामारी का विकराल रूप देश में अपना कहर ढा रहा है। हर दिन नए मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते 24 घंटे में एक बार फिर कोरोना के मामलों ने अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते दिन कुल 1.31 लाख नए केस रिपोर्ट किए गए हैं। जो कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
शुक्रवार को कोरोना के आंकड़े
24 घंटे में आए केसः 1,31,968
24 घंटे में कुल मौतेंः 780
देश में एक्टिव केसः 9,79,608
अबतक हुई मौतेंः 1,67,642
कुल केस की संख्याः 1,30,60,542
अगर इस हफ्ते की ही बात करें तो सोमवार से अबतक ही देश में पांच लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
शुक्रवारः 1.31 लाख केस
गुरुवारः 1.26 लाख केस
बुधवारः 1.15 लाख केस
मंगलवार: 96 हजार केस
सोमवारः 1.03 लाख केस
महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे खतरनाक हालात
देश में इस वक्त सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां बीते करीब दस दिन से हर रोज 50 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं। बीते दिन भी महाराष्ट्र में 56 हजार नए मामले दर्ज किए गए, सिर्फ मुंबई में ही नौ हजार के करीब मामले आए हैं। इसके अलावा दिल्ली में भी बीते दिन साढ़े सात हजार मामले सामने आए हैं, जिन्होंने पिछले करीब 6 महीने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
दिल्ली-महाराष्ट्र के अलावा यूपी में भी अब कोरोना बेकाबू हो चला है। यूपी में बीते दिन 8 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए। जो कोरोना महामारी की शुरुआत से अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। ऐसे में कई राज्य अपने कोरोना पीक को पार कर रहे हैं, जो चिंता का विषय बना हुआ है।
बीते दिन कहां कितने केस आए?
महाराष्ट्रः 56286
दिल्लीः 7537
यूपीः 8474
कर्नाटकः 6570
यह भी पढ़ें: वैक्सीन पर राजनीतिः रविशंकर ने कहा-कांग्रेस शासित राज्यों में वैक्सीन की नहीं कमी, राहुल पर भी कसा तंज
पीएम मोदी ने दिए लॉकडाउन ना लगने के संकेत
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। पीएम मोदी ने यहां संकेत दिए हैं कि देशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगेगा, हालांकि जो राज्य नाइट कर्फ्यू लगा रहे हैं, वो सही साबित हो सकता है। पीएम मोदी ने अपील की है कि इसे कोरोना कर्फ्यू कहें। साथ ही पीएम मोदी ने टेस्टिंग बढ़ाने को कहा है, जिसमें आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की संख्या 70 फीसदी तक रखने की बात कही है।