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भोपाल में कोरोनाः आज रात 9 बजे से छह दिन के लिए लाॅक हुआ भोपाल, सब्जी और दूध की खुलेंगी दुकानें

  • मप्र में आज मिले 6 हजार से अधिक नए मामले, इसमें 824 भोपाल से

भोपाल। प्रदेश में 24 घंटे में 6 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। भोपाल में ये आंकड़ा 824 पहुंच गया है। इसके बाद सरकार ने भोपाल में सोमवार रात 9 बजे से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगा दिया है। इसके तहत कुछ रियायतें भी दी जाएंगी। आदेश में कहा गया है कि किराना दुकानों से होम डिलीवरी की जा सकेगी। सब्जी और दूध की दुकानें खुली रहेंगी। ठेले से भी सब्जी-फलों की बिक्री की जा सकेगी। बैंक और पेट्रोल पंप भी खुले रहेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री और भोपाल से विधायक विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने भोपाल को पूरी तरह लॉक करने का सुझाव दिया था, पर कुछ रियायतें दी जाएंगी।

प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 16 प्रतिषत पहुंचा
प्रदेश में 24 घंटे में 6 हजार 489 संक्रमित मिले हैं। वहीं 37 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। प्रदेश की संक्रमण दर पहली बार 16 प्रतिषत पहुंच गई। यानी हर छठे नमूने की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। भोपाल में भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व संगठन मंत्री माखन सिंह के अलावा 6 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसको देखते हुए कार्यालय मंत्री राघवेंद्र शर्मा ने अगले 10 दिन तक के लिए प्रदेश कार्यालय में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सीहोर जिले में सलकनपुर में मां बीजासन देवी धाम को 21 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। चैत्र नवरात्र पर भी भक्त दर्शन नहीं कर पाएंगे।





एक दिन में इंदौर में रिकॉर्ड 923 केस आए हैं। भोपाल में 824, ग्वालियर में 497 और जबलपुर में 469 संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 45 मौतें 23 सितंबर 2020 को हुई थी। कल 11 अप्रैल को 24 घंटे में 37 मौतें हुई हैं। अब सरकार के सामने सामुदायिक संक्रमण तोड़ना बड़ी चुनौती है।

इंदौर में शाम को भी दूध बांटा जा सकेगा, 3 घंटे की छूट दी
24 घंटे में छह नई मौतों के साथ इंदौर राज्य का पहला शहर बन गया है जहां पूरे कोरोना काल में 1005 मौतें हो गई हैं। यहां 19 अप्रैल की सुबह तक कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन चल रहा है। अब प्रशासन ने शाम को भी तीन घंटे के लिए दूध वितरण की छूट दे दी है। शहर में शाम 4 से 7 बजे तक दूध बांटा जा सकेगा। पहले यह सुविधा केवल सुबह के लिए थी। हालात कोरोनाकाल की पहली लहर के पीक टाइम सितंबर से भी खराब हो गए हैं। यहां लॉकडाउन के बावजूद प्रदेश में सर्वाधिक केस सामने आ रहे हैं। मौतें भी सबसे ज्यादा हुई हैं। यहां 11 अप्रैल की रात गुर्जर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने पर परिजन ने जमकर हंगामा हुआ, इस बीच एक मरीज ने दम तोड़ दिया।

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कोलार-शाहपुरा में लॉकडाउन में भी जाम
राजधानी में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा मामले कोलार से सामने आ रहे हैं जहां 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सबकुछ बंद है। सोमवार को शेष शहर में दो दिन का लॉकडाउन खत्म हुआ तो लोग कोलार रोड से निकले। यहां सुबह करीब 9 बजे सर्वधर्म पुल के पास दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस चेकिंग कर पूछताछ कर रही थी कि कोलार, शाहपुरा के लोग बेवजह तो नहीं निकले हैं। इस कारण भारी जाम रहा। कोलार आने वाले लोगों को पुलिस ने लौटा दिया तो बेवजह जाने वालों को भी रोका गया।

ग्वालियरः संक्रमण दर 26 फीसदी तक पहुंची
प्रदेश में ग्वालियर तीसरा सबसे संक्रमित जिला बन गया है। रविवार को 1,924 सैंपल में से 515 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। यहां संक्रमण दर 26ः पहुंच गई है। जिला प्रशासन ने शहर के 3 वार्ड के 15 से अधिक इलाकों में कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। 19 अप्रैल तक यहां लॉकडाउन रहेगा।





उज्जैनः लॉकडाउन में छूट मिलते ही मंडी में डिस्टेंस की धज्जियां उड़ीं
उज्जैन में 19 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन के बीच सोमवार सुबह रियायत मिलीं तो मंडी में भीड़ बेकाबू हो गई। सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ती रहीं। यहां महाकाल सहित सभी मंदिरों के पट भी बंद हैं। पिछले 9 दिनों में 1193 नए मरीज मिले है। वहीं कोरोना संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है।

छोटे शहरों में 100 से ज्यादा केस मिलने लगे
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार चार बड़े शहरों के अलावा कोरोना संक्रमण ने छोटे शहरों को अपनी चपेट में ले लिया है। विदिशा, उज्जैन, सागर, राजगढ़, रतलाम, रीवा, नरसिंहपुर, बालाघाट, बड़वानी और बैतूल में अब 100 से अधिक केस मिलना शुरू हो चुके हैं। अब केवल सीधी, निवाड़ी सहित 7 जिले ऐसे हैं जहां एक दिन में 20 या उससे कम केस मिल रहे हैं।

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