सूबे की सियासत में और गर्मी लाएगी भीम आर्मी, चन्द्रशेखर ने किया बड़ा ऐलान
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि वह हर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे। उनकी सबसे ज्यादा नजर अनुसूचित जाति और जनजाति बाहुल्य क्षत्रों पर होगी।
भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव को देखते हुए सत्तारूढ़ दल भाजपा और कांग्रेस ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में कई और पार्टियां भी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। इसमें सबसे पहला नाम आम आदम पार्टी का है। इसके आलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी चुनाव लड़ने के लिए पहले से ही तैयार है। इसी लिस्ट जयस का भी नाम शामिल है। डॉ. हीरालाल अलावा ने एलान किया जयस 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसी कड़ी में अब भीम आर्मी ने भी विधानसभा चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया है। यह ऐलान स्वयं भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर ने किया है।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि वह हर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे। उनकी सबसे ज्यादा नजर अनुसूचित जाति और जनजाति बाहुल्य क्षत्रों पर होगी। इस तरह सूबे में होने वालेआगामी विधानसभा चुनावों में दिलचस्प मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं। बता दें कि सभी दलों के निशाने पर प्रदेश के अनुसूचित जाति और जनजाति मतदाता ही है। इतना ही नहीं, बीजेपी और कांग्रेस इन्हें लुभाने के लिए जोर-आजमाइश भी करते नजर आ रहे हैं अब भीम आर्मी ने भी सूबे के विधानसभा चुनाव में उतरने का ऐलान कर मुकाबले को रोचक बना दिया है।
पूरी ताकत से चुनाव लड़ने किया ऐलान
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर मंगलवार को ग्वालियर पहुंचे। बड़ी संख्या मेंभीम आर्मी के कार्यकर्ताओं नेउनका स्वागत किया। इस मौके पर चंद्रशेखर नेमध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को पूरी ताकत से लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा- भीम आर्मी पूरी मजबूती के साथ सूबे में संगठन खड़ा करके आगामी विधानसभा चुनावों में भागीदारी करेगी और बहुजन समाज के मुद्दों को उठाएगी।
ग्वालियर अंचल में एससी-एसटी मतदाता उम्मीदवारों जीत करते हैं तय
बता दें कि हाल में ही चंद्रशेखर ने ग्वालियर चंबल अंचल में एक जनसभा को संबोधित किया था। अब एक बार फिर वह ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर हैं। ग्वालियर चंबल अंचल में चंद्रशेखर आजाद की बढ़ती सक्रियता को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका फोकस क्षेत्र के एससी एसटी मतदाताओं पर है। ग्वालियर चंबल अंचल की 34 सीटों पर एससी एसटी मतों की निर्णायक भूमिका रहती है। इस अंचल में एससी एसटी मतदाता उम्मीदवारों की हार जीत को तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं।