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हो जाएं सावधान ,पुराने फोन नंबर से चुराया जा सकता है आपका पर्सनल डेटा

आजकल दुनिया में तकनीक का दायरा बढ़ता जा रहा है। बढ़ती तकनीक के कारण एक तरफ जिंदगी आसान हो रही है तो दूसरी तरफ फ्रॉड और स्कैम भी बढ़ते जा रहे है । अब एक नया स्कैम सामने आया है जो आपके पुराने मोबाइल नंबर(Old mobile number) से जुड़ा है।अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी(Princeton University) के रिसर्चर्स(Researchers) की नई फाइंडिंग्स(Findings) के अनुसार, रीसाइक्लिंग नंबर(Recycling number) यूजर्स की सुरक्षा और गोपनीयता (secrecy)को जोखिम में डाल सकती है। रिसाइकल्ड नंबर्स के द्वारा नए यूजर्स(New users), पुराने यूजर्स(Old users) के नंबर की जानकारी को एक्सेस (Access)कर सकते हैं। और यह आपकी प्राइवेसी (Privacy) के लिए बहुत बड़ा खतरा है। ऐसे में जानिए की आप कैसे अपने पुराने नंबर से पर्सनल डेटा को बचाये रख सकते है, क्यूंकि आपका पुराना नंबर आपके सोशल मीडिया(social media) से लेकर आपके बैंकिंग डिटेल्स(Banking details) से जुड़ा रहता है। तो आइये आपको बताते है कि कैसे आपके पुराने नंबर से आपके पर्सनल डेटा को खतरा है,और कैसे बचा जा सकता है ।

रिसर्चर्स से इन खतरों का चला पता (Researchers came to know about these dangers)
शोधकर्ताओं(Researchers) ने 8 संभावित खतरों को लिस्ट किया है जो मोबाइल नंबर रीसाइक्लिंग के कारण उत्पन्न हो सकते हैं। प्रमुख खतरों में से एक यह है कि एक पुराने यूजर पर फ़िशिंग (Phishing) का हमला किया जा सकता है। तो जिसे रिसाइकल कर यह नंबर दोबारा दिया जा रहा है उसके साथ भी एसएमएस (SMS) के जरिए फिशिंग अटैक हो सकते हैं। जब संदेश विश्वसनीय लगते हैं तो फ़िशिंग हमलों के मामले बढ़ जाते हैं।

ऐसे बढ़ जाती हैं पुराने नंबर से जुड़ी मुश्किलें (This is how difficulties related to old numbers increase)
टेलिकॉम कंपनियां(Telecom companies) नंबर सीरीज बढ़ने से रोकने के लिए ऐसा करती हैं। लेकिन यह प्रोसेस उन यूजर्स के लिए सुरक्षित नहीं है, जो पहले इस नंबर के मालिक थे। जब आपका पुराना नंबर नया उपयोगकर्ता प्राप्त करता है, तो पुराने नंबर से जुड़ा डेटा भी नए यूजर के लिए एक्सेस करना आसान हो जाता है। इसी वजह से यह प्रोसेस यूजर्स को गोपनीयता और सुरक्षा से जुड़े जोखिमों में डाल सकता है।

ओटीपी वाले मैसेज भी आते हैं (OTP messages also come)
इस रिसर्च में 200 रिसाइकल नंबर कि जांच एक सप्ताह तक हुई और नतीजे चौकाने वाले रहे। उस नंबर पर पुराने यूजर्स के कॉल और मैसेज आ रहे थे। इनमे कई बार ऑथेंटिकेशन (Authentication)वाले मैसेज और ओटीपी वाले भी मैसेज आये। रिसर्चर्स ने ऐसे होने वाले 8 खतरों को लिस्ट किया। जिनमे फिशिंग अटैक से लेकर विभिन्न अलर्ट, समाचार पत्र, अभियान और रोबोकॉल के लिए साइन अप करना शामिल है.

बचने का सबसे आसान और सरल तरीका (The easiest and easiest way to escape)
अब सवाल यह है कि इस तरह की हैकिंग से बचने का सबसे आसान और सरल तरीका क्या है। तो सबसे पहला काम यह है कि जैसे ही आपका कोई पुराना नंबर(Old number) बंद होता है और नया नंबर चालू होता है तो तुरंत अपने ई-मेल(E-mail), सोशल मीडिया अकाउंट(Social media account), शॉपिंग साइट के अकाउंट(Shopping site account), आदि में अपने नए नंबर को अपडेट(Update to new number) करें। इसके अलावा बैंक अकाउंट(Bank account) में भी नए नंबर को जितना जल्दी हो सके अपडेट करें, क्योंकि इसमें देरी करना आपके लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता है।

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