राऊत को उद्धव ठाकरे की आंख, नाक और कान माना जाता है। राऊत के इस हिंसा को खुले समर्थन की रोशनी में केंद्र सरकार (Central government) द्वारा बागी विधायकों को […]
Author: प्रकाश भटनागर
दल छोड़िये, दिल से बोलिए ‘जय आदिवासी ‘
देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए इन तीन नामों के माध्यम से BJP ने यह काफी हद तक सच साबित कर दिया कि वह सामाजिक समरसता में विश्वास रखती […]
अग्निपथ के ये अग्नाशय
कांग्रेस ‘अग्निपथ’ योजना (‘Agneepath’ scheme) के उन विरोधियों के हक में भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान कर चुकी है, जो बेशक समूची मानवता के विरोधी कहे जा सकते हैं। […]
कांग्रेस: बहुत खलने वाला यह खेल
यदि इसे राहुल का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है तो फिर यह तय मानिए कि राहुल कल शक्ति के तौर पर बुरी तरह एक्सपोज हो गए। दिल्ली सहित देश […]
नुपुर के पुतले को कानून की देवी की प्रतिमा से ऊंचा होने से रोकिए
किसी क्रेन (crane) पर लटकाया गया नुपुर का पुतला इतना ‘ऊंचा’ क्यों दिख रहा है कि उसके नीचे कानून की देवी की प्रतिमा भी बौनी नजर आने लगी है? आप […]
अब खामोश हो जाइए ऐसे मामलों पर
शर्मा के एपिसोड से मोदी की इन कोशिशों को करारा झटका लग सकता था। यह सब जिस समय हुआ, ठीक उसी वक्त अमेरिकी प्रशासन (US Administration) की एक रिपोर्ट में […]
भागवत की बात पर सकारात्मक विमर्श की जरूरत
संघ प्रमुख के इस कथन की सत्यता संदेह से परे है कि भारतीय मुसलमान मूलतः हिन्दू ही थे। इसलिए मंदिर-मस्जिद (mandir-maszid) के विवाद में यदि हिन्दुओं को ऐतिहासिक वास्तविकता स्वीकारना […]
चाबुक छोड़ दिमाग पर दीजिए दस्तक
असल में भाजपा ने गुजरात (Gujrat), उत्तराखंड (Uttrakhand) और त्रिपुरा (Tripura) जिस तरह CM बदले, उसके बाद यह कयासबाजी जोर पकड़ती रही कि अब शिवराज की बारी है। ऐसे लोग […]
आठ साल बाद अब मोदी के लिए जवाबदेही की चुनौती
मोदी के कार्यकाल में देश बदला तो वाकई है। इसे नकारना मुश्किल है। अनुच्छेद 370 (Article 370) का खात्मा वाकई किसी 56 इंच वाले सीने के ही बूते का काम […]
प्रोत्साहन के साइड इफेक्ट को भी ध्यान रखें शिवराज
पंच तथा सरपंच के निर्विरोध निर्वाचन की सूरत में सात लाख की प्रोत्साहन राशि भी इस कोशिश की सफलता के लिए एक सार्थक प्रयास प्रतीत होता है। लेकिन शिवराज सरकार […]
जादूगर कभी नहीं बताते
आज भोपाल की सड़कों पर इन्हीं मासूमों की खुशी के लिए ठेला लेकर खिलौने एकत्र करने उतरे शिवराज के चेहरे पर अपने जैसे कुशल नेता तथा संजीव कुमार की ही […]
यह सोचकर ही सिहरन हो रही है
राहुल गांधी को ये केरोसीन (kerosene) किसने दिखाया? इससे भी बड़ा सवाल यह कि तथाकथित रूप से इस केरोसीन के होने की बात को देखने की राहुल को फुर्सत कब […]