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चक्रवाती तूफान का कहर: समुद्र में फंसे सैकड़ों लोगों को सेना ने बचाया, रेस्क्यू आॅपरेशन अब भी जारी

नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान तौकते (Cyclonic storms Taukate) ने कर्नाटक (Karnataka) से लेकर गुजरात (Gujrat) के तटीय इलाकों (Coastal areas) तक अपना व्यापक असर दिखा गया है। Cyclonic storms से दर्जन भर लोगों की जान भी गई है जबकि इस दौरान कई राज्यों में भारी तबाही मचाई है। इस बीच अरब सागर (Arabian Sea) में चार जहाज भी फंस गए थे, जिसमें सैकड़ों लोग सवार थे। उनको बचाने के लिए कल मंगलवार से रेस्क्यू आॅपरेशन (Rescue operation) चलाया जा रहा है। भारतीय नेवी (Indian navy) द्वारा चलाए गए इस आॅपरेशन में सैकड़ों लोगों की जान बचा ली गई है, जबकि अभी भी कुछ लोगों को बाहर निकालना बाकी है।

चक्रवाती तूफान के बीच अरब सागर में कुछ नाव फंस गई थी, इसके अलावा आॅइल रिग (Oil rig) पर कुछ लोग और कर्मचारी भी फंस गए थे, जिनको लेकर Indian navy, कोस्ट गार्ड ()Coast guard समेत अन्य एजेंसियों ने मिलकर आॅपरेशन को चलाया। मुंबई से कुछ दूरी पर फंसी बार्ज P-305 पर कुल 273 लोग फंस गए थे, जिन्हें निकाला गया। मंगलवार तक करीब 180 लोगों को निकाल लिया गया था, जबकि बाकी को निकालने का काम जारी है। करीब 93 क्र-मेंबर्स हैं, जिनकी तलाश जारी है।





इस बार्ज के अलावा जीएएल कंस्ट्रक्टर (GAL Constructor) पर भी क्रू मेंबर्स करीब 72 घंटे तक फंसे रहे, जब तूफान ने अपनी दस्तक दी। यहां भी भारतीय नेवी ने आॅपरेशन चलाकर लोगों को निकालने का काम किया, सबसे अच्छी बात ये रही कि सभी को निकाल लिया गया। इस पूरे आॅपरेशन में भारतीय नेवी के कई जहाजों ने कमान संभाली जिसमें आईएनएस कोच्चि (INS Kochi), आईएनएस कोलकाता ()INS Kolkata के साथ Beas, Betwa and Teg भी शामिल रहे।

पानी में कूद गए थे कई लोग, नेवी ने बचाया
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, ONGC के आॅपरेशन के लिए बार्ज P-305 को लगाया गया था, जो मुंबई से कुछ दूरी पर था। यहां पर मौजूद कुछ लोगों ने पानी में छलांग लगा दी थी, ऐसे में अभी भी कुछ लोगों की तलाश जारी है। बार्ज पी-305 के क्रू मेंबर (Crew member) सतीश नरवाड जो मूलत: हरियाणा से हैं, उनका कहना है कि सोमवार की दोपहर को जब तूफान ने आना शुरू किया, तब उनका बार्ज किसी से टकराया ऐसे में सभी क्रू मेंबर्स ने लाइफ गार्ड पहन ली थी। इसलिए हमारे पास पानी में कूदने के अलावा कोई आॅप्शन नहीं था, हालांकि अगली सुबह तक भारतीय नेवी ने काफी लोगों को बचा लिया था, पता नहीं उन्होंने हमारा पता कैसे लगाया।

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