मप्र में करारी हार से कांग्रेस में खलबली: आलाकमान ने पीसीसी चीफ से मांगा इस्तीफा, चुनाव में दिया था फ्री हैंड
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है। पार्टी ने मप्र में चुनाव पीसीसी चीफ कमलनाथ की अगुवाई में लड़ा था। मप्र चुनाव में भाजपा के हाथों मिली करारी हार के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व में एक्शन में मोड में आ गया है। सूत्रों की मानें तो हाईकमान ने कमलनाथ से इस्तीफा मांग लिया है। इतना ही नहीं नया प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त करने का आदेश दिया है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल्ली में खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल और पीसीसी कमलनाथ भी शामिल हुए थे। इस दौरान पार्टी ने मप्र को लेकर यह बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि चुनावों और उससे पहले कमलनाथ को आलाकमान ने फ्री हैंड दिया था और वह अपने हिसाब से फैसले ले रहे थे। अब इस हार के बाद आलाकमान हार के कारणों की समीक्षा कर रहा है। बताया जा रहा है कि इसके तहत ही सबसे पहले कमलनाथ को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।
मीडिया से बोले थे नाथ
मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को कुल 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था और तीन दिसंबर को तीन अन्य राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के साथ नतीजे घोषित किए गए। एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। कांग्रेस की हार के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि हम मध्यप्रदेश के मतदाताओं के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
विधायक और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर किया मंथन
बता दें, कमलनाथ ने मंगलवार को दिन में भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, प्रत्याशियों और विधायकों ने जो प्राथमिक रिपोर्ट दी है, उस पर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है और शीघ्र ही सभी प्रत्याशी विस्तृत रिपोर्ट मुझे देंगे। हम इस हार से सबक ले रहे हैं, कमियों को दूर कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारी में आज से ही जुट रहे हैं। कोई भी पराजय हौसले को नहीं हरा सकती।