बिना पत्थर उछाले नहीं मिलती कुर्सी, इसलिए BJP कभी जज्बात तो कभी जान को बनाती है हथियार: दिग्गी का बड़ा हमला
भोपाल। रामनवमी पर खरगोन में हुई को लेकर विवादित पोस्ट करने के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर अब तक कई मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसके बाद से दिग्गी ने मप्र की शिवराज सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर मप्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने अल सुबह अपने ट्वीट में भाजपा को सबसे खतरनाक हथियार सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाला बताया और कहा कि वह कुर्सी हासिल करने के लिए पत्थर उछालती है।
दिग्गी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे भी हमला करते हुए कहा कि ‘भाजपा यह जानती है कि बिना पत्थर उछाले कुर्सी नहीं मिलती है। इसलिए हथियार के रूप में कभी जज्बात को तो कभी जान को हथियार बनाती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर दंगों के लिए कलेक्टर और एसपी की जवाबदेही तय कर दी जाए तो कभी दंगा नहीं होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिग्विजय ने कहा कि वे ऐसे निर्देश दे दें तो फिर कभी कहीं दंगा नहीं हो सकता।
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साम्प्रदायिक उन्माद भाजपा का सबसे खतरनाक राजनीतिक हथियार है। जिस जिले में दंगा होगा उसकी पूरी जवाबदेही जिला कलेक्टर व एसपी की होगी, यदि यह संदेश मुख्यमंत्री दे दें तो कभी दंगा नहीं हो सकता। मेरे 10 वर्षों के कार्यकाल में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। बता दें इससे पहले भी दिग्विजय सिंह खरगोन उपद्रव को लेकर कई बयान दे चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने बिहार की एक तस्वीर को अपने सोशल मीडिया में पोस्ट कर उसे मध्य प्रदेश का बताया था, जिसके बाद बीजेपी ने दिग्विजय सिंह पर जानबूझकर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया था।
दिग्गी को शिवराज ने भी बताया था दंगे भड़काने वाला व्यक्ति
इतना ही नहीं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी दिग्विजय सिंह को दंगें भड़काने वाला व्यक्ति बता चुके हैं लेकिन इसके बाद भी दिग्विजय सिंह के तेवर ठंडे नहीं हुए हैं। इसके बाद गुरुवारी की शाम को उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के एक भड़काऊ वीडियो पर ट्वीट किया था कि यह मध्य प्रदेश का नहीं है और सीएम चौहान व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को कार्रवाई करने का तंज कसा था। आज उन्होंने भाजपा पर सीधे सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का आरोप लगा दिया है।