ऊर्जा और सतत विकास हमारी पुरातन परंपराओं से प्रेरित, लोगों में विकसित हो सोलर ट्री की नई अवधारणा: वेबिनार में बोले मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को पोस्ट बजट वेबिनार (post budget webinar) में ‘सतत विकास के लिए ऊर्जा’ के मुद्दे पर बात की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ऊर्जा और सतत विकास हमारी पुरातन परंपराओं से प्रेरित है और भविष्य की आवश्यकताओं व आकांक्षाओं की पूर्ति का मार्ग है। भारत का स्पष्ट विजन है कि सतत विकास सतत ऊर्जा से ही संभव है।
साथ ही PM ने कहा कि ऊर्जा और सतत विकास में गहरा संबंध है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने घरों में सोलर ट्री की नई अवधारणा विकसित करने पर जोर दिया। इस बीच मोदी ने कहा कि हम घर के बाग-बगीचे या बालकनी में परिवार के हर लोग एक सोलर ट्री की एक नई अवधारणा विकसित कर सकते हैं, ये सोलर ट्री (solar tree) घर की 10 से 20 फीसदी बिजली में मदद कर सकता है। ये घर की पहचान भी बन जाएगा कि सोलर ट्री वाला घर पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिकों का घर है।
उन्होंने कहा कि भारत ने अपने लिए जो लक्ष्य तय किए हैं उन्हें मैं चुनौती की तरह नहीं बल्कि एक अवसर की तरह देखता हूं। इसी विजन पर भारत बीते वर्षों से चल रहा है और इस बजट में इनको पॉलिसी लेवल पर और आगे बढ़ाया गया है। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्लासगो में हमने 2070 तक नेट जीरो के स्तर तक पहुंचने का वादा किया है। मैंने कॉप-26 में सतत जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए लाइफ मिशन की बात की थी।