गवर्नर के अभिभाषण पर सिंघार बोले- मप्र की वित्तीय स्थिति पर श्वेत पत्र लाए सरकार, लाड़ली लक्ष्मी-लाड़ली बहना योजना को लेकर भी घेरा
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही अपनी बात रखी। विपक्ष ने सदन में अपनी बात रखते हुए सरकार पर जोरदार तरीके से हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर श्वेत पत्र लाने की बात कही। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मप्र सरकार उधार का सिंदूर लेकर मांग भर रही है। इसके बाद सिंघार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाड़ली बहना योजना को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला।
लड़ली लक्ष्मी योजना को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मप्र में 18 साल पहले पैदा हुई लाड़ली लक्ष्मी आज भी मजदूरी कर रही है। वहीं उन्होंने लाड़ली बहना योजना को लेकर कहा कि मैं गारंटी से कहता हूं लाडली बहना को अब तीन हजार नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आम लोगों की भावनाओं को हम लोग पूरा नहीं कर पा रहे हैं। स्कॉलरशिप आज 250 रुपये साल दी जा रही है। 18 साल से भाजपा ने इसे नहीं बढ़ाया। सिंघार ने उज्जवला योजना जैसी कई योजनाओं को लेकर भी सवाल खड़े किए। वहीं सिंघार ने मप्र में बेरोजगारी को लेकर कहा कि प्रदेश में शिक्षित बेरोजगार की स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है।
चुनाव आते हैं तो बिजली बिल हो जाते हैं माफ
वहीं सिंघार ने बिजली के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि एक लाख 12 हजार पंजीयन पोर्टल पर रजिस्टर हैं। आप दावा करते हैं कि हर गांव में 24 घंटे बिजली दी है, अगर ये सही होगा तो मैं अभी नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दूंगा। मुझे पद की लालसा नहीं मैं पद के भरोसे नहीं रहता। उन्होंने कहा कि चुनाव आता है तो बिजली के बिल माफ होते हैं और चुनाव जाता है तो वसूल किए जाने लगते हैं। एमपी में सड़क बनी, लेकिन रोडबेज की बसें बंद कर दी गईं। हम लोग यहां वादे करते हैं लेकिन उसको पूरा करने में कमी छोड़ जाते हैं। आज भी प्रदेश में परिवहन के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। हमने बसें चालू करने का वादा वचन पत्र में दिया था।
मैं विरोधी नहीं, प्रश्नकर्ता हूं
सिंघार ने कहा कि मैं आलोचना में ज्यादा पर विश्वास नहीं करता। मैं विरोधी नहीं प्रश्नकर्ता हूं। बीते 6 महीनों में भाजपा ने कई घोषणा की हैं। शिवराज जी पूरे प्रदेश में घूम रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार कुछ और सोच रही थी। कई लोग दिल्ली से भेजे गए, लेकिन मुख्यमंत्री नए बन गए। उन्होंने कहा कि कैलाश जी ने सड़कों की बात की। वे वरिष्ठ सदस्य हैं। जब गरीब आदिवासी को गांव से अस्पताल जाने की जरूरत पड़ती है तो बसें नहीं होती हैं। ये एक मानवीय पहलू है।
सिर्फ 22 लाख महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर दिया
पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि संकल्प पत्र में एक करोड़ 31 लाख महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर देने की बात कही गई है, लेकिन अब तक सिर्फ 22 लाख महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर दिया जा रहा है। लाड़ली बहनों को आवास योजना का लाभ भी नहीं दिया जा रहा।
विधानसभा की जानकारी नहीं मिलती
राज्यपाल के अभिभाषण पर कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि विधानसभा की जानकारी नहीं मिलती है। सवाल लगाने पर जवाब दिया जाता है कि जानकारी एकत्र की जा रही है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए, जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए ताकि समय पर सवालों के जवाब आ सकें। प्रदेश में कर्ज बढ़ रहा है। 70 % लोग गरीबी झेल रहे हैं। आमदनी तो बढ़ी है लेकिन गरीब और गरीब हो रहा है। अमीर और अमीर हो रहा है। लाड़ली बहना पर सवाल करने पर सदन में हंगामा हो गया। प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने विरासत का अपमान किया है । विरासत के साथ विकास किए जाने की जरूरत है। विपक्ष लाड़ली बहना की बात करता है, हम लखपति बहना बनाएंगे।