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केन्द्र की बड़ी कार्रवाई: खालिस्तानी संगठन SFJ से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट को किया ब्लॉक, लगा है यह आरोप

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संगठन के साथ संबंध रखने वाले पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने आदेश जारी करने के बाद कहा है कि ‘इंटेलिजेंस इनपुट में बताया गया है कि यह चैनल पंजाब विधानसभा चुनाव में आनलाइन मीडिया का इस्तेमाल कर अशांति पैदा करने का प्रयास करता रहा है।

बता दें कि सिख्स फॉर जस्टिस नाम के संगठन पर अलगाववादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के आरोप लगते रहे हैं। कुछ वक्त पहले लुधियाना कोर्ट में हुए बम धमाके में भी इसी संगठन का नाम शामिल आया था। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी की पंजाब में सुरक्षा चूक के मामले में भी यह संगठन चर्चित हुआ था। पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक से जुड़े केस के वकीलों को इस संगठन की ओर से धमकी दिए जाने की बात सामने आई थी। यही नहीं इस संगठन का नाम ब्रिटेन समेत कई देशों में खालिस्तान के समर्थन में रेफरेंडम कराने के मामले में भी सामने आया था।





क्या है सिख फॉर जस्टिस
किसान आंदोलन के दौरान ‘सिख फॉर जस्टिस’ का नाम काफी चर्चा में रहा था। इस संगठन की नींव साल 2007 में अमेरिका में रखी गई थी। एसएफजे का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है। अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू इस संगठन का मुख्य चेहरा है। ये संगठन पिछले कई दिनों से पंजाब की जनता को भड़काने का काम कर रहा है। गणतंत्र दिवस से पहले भी पन्नू ने हिंसा की धमकी दी थी। पन्नू ने कहा था कि अगर कोई हिंसा होती है तो उसके लिए भारत सरकार ही जिम्मेदार होगी।

खालिस्तानी आतंवादी के वीडियो के बाद जारी किया अलर्ट
इससे पहले 18 फरवरी को सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर पंजाबी सिंह और एक्टर दीप सिद्धू की मौत को राजनीतिक हत्या बताया था। वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि दीप सिद्धू की हत्या भारत सरकार ने कराई है। इसके बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए थे। खालिस्तानी आतंवादी के फेसबुक वीडियो के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था।

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