उम्मीदवारों का फार्म जमा कराने के बहाने नाथ का इंदौर में शक्ति प्रदर्शन, जनसभा में बोले- MP को ठग रहे शिवराज
इंदौर। नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन सोमवार को भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों ने अपने योद्धाओं के फार्म जमा कराने पहुंचे। पीसीसी चीफ कमलाथ इंदौर पहुंचकर जिले के 9 कांग्रेस उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल कराया। उन्होंने सभी उम्मीदवारों के साथ नामांकन दाखिले के समय रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन भी किया। नाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए जहां मप्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव के अपने मायने है। 40 साल मैने चुनाव लड़े और जीते है। इस बार का विधानसभा चुनाव मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। हांलाकि यहां पर उनकी जवान भी फिसल गई। दरअसल उन्होंने चुनाव की तारीख 17 की जगह 27 नवंबर बोल गए।
कमलनाथ ने कहा इंदौर की एक खास खूबी है। इंदौर के लोग दूसरों को ज्ञान देते हैं ज्ञान लेते नहीं। वह ज्ञान सुनना नहीं चाहते। मेरा पुराना संबंध है मुझे याद है 1975 से लेकर कितनी दफा में यहां आया हूं। एक नौजवान था आज भी नौजवान हूं यह विधानसभा चुनाव किसी पार्टी का चुनाव नहीं है। मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। मध्य प्रदेश के आज की तस्वीर सबके सामने है। शिवराज प्रदेश को ठग रहे है। उन्होंने कहा था कि 33 लाख करोड़ का निवेश आएगा, लेकिन कार्पोरेट घरानों को मध्य प्रदेश पर विश्वास नहीं है। नाथ ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तो मध्य प्रदेश की छवि बदलने की कोशिश की। हमने तय किया था कि प्रदेश की पहचान माफिया या भ्रष्टाचार से नहीं होगी, लेकिन हमारी सरकार चली गई।
भटकते युवा को चाहिए रोजगार
नाथ ने कहा कि अब मध्य प्रदेश का हर व्यक्ति भ्रष्टाचार का शिकार है। पैसे दिए बगैर काम नहीं होता है। प्रदेश को शिवराज ने चौपट प्रदेश बना दिया है। भटकते हुए युवा को ठेका या कमीशन नहीं, बल्कि रोजगार और हाथों को काम चाहिए। शिवराज सिंह एक लाख नौजवानों को रोजगार देने की बात करते है लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश का एक करोड़ नौजवान बेरोजगार है। शिवराज की घोषणा की मशीन पांच महीने से डबल स्पीड से चल रही है।
नजर आई पटवारी और नाथ के बीच दूरी
सभा के दौरान कमल नाथ और राऊ प्रत्याशी जीतू पटवारी के बीच दूरी नजर आई। नाथ के भाषण से पहले जीतू स्वागत भाषण देना चाहते थे, लेकिन नाथ ने उन्हें बोलने का मौका दिए बगैर भाषण शुरू कर दिया। कांग्रेस उम्मीदवारों को रैली राजवाड़ा से शुरू हुई, लेकिन पटवारी उसमें शामिल नहीं हुए और सीधे सभा स्थल पर पहुंचे।