आरबीआई ने बढ़ाया रेपो रेट, अपने घर का सपना हुआ मुश्किल, होम लोन तोड़ेगा कमर
रेपो रेट की बढ़ोतरी 2 महीने में दूसरी बार हैं। इसके पहले 40 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि करि थीं।
क्या होता है रेपो रेट ? और,आम आदमी पर क्या असर पड़ता है
जब देश की केंद्र बैंक (भारत में आरबीआई) कमर्शियल बैंक को एक निर्धारित रेट मे फंड देती है उसे रेपो रेट कहते हैं। अगर बैंक रेपो रेट में 0.50 फीसदी के इजाफे को तत्काल लागू कर देते हैं तो इसका काफी अधिक प्रभाव आपकी EMI पर पड़ेगा। मान लीजिए कि अगर कोई बैंक इस महीने की शुरुआत तक 7.30 फीसदी की दर से होम लोन (Home Loan) दे रहा था तो इस फैसले को लागू करने के साथ ही नई दर 7.80 फीसदी की हो जाएगी।
(RBI) ने मई महीने में भी रेपो रेट में 0.40 फीसदी का इजाफा किया था। इस तरह देखा जाए तो मई और जून मिलाकर रेपो रेट में 0.90 फीसदी का इजाफा हो चुका है. अप्रैल में अधिकतर बैंक 6.90 फीसदी की दर से होम लोन दे रहे थे. अगर इस दर से कैलकुलेट किया जाए तो 20 साल के लिए 30 लाख रुपये के लोन पर23,079 रुपये की EMI बैठती. इस तरह महज दो महीनों में आपकी EMI का बोझ 1,642 रुपये तक बढ़ चुका है. आरबीआई के इस कदम के बाद शेयर बाजार का शुरुआती रिएक्शन पॉजिटिव रहा है और बेंचमार्क सूचकांक में तेजी दर्ज की गई हैं।