अटकलें होंगी खत्म: मोदी कैबिनेट में 53 की जगह दिखेंगे 81 मंत्री, तैयारी पूरी

प्रमुख खबरें : नई दिल्ली। मोदी सरकार (Modi government) के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे होने के बाद मंत्रीमंडल विस्तार (cabinet expansion) को लेकर चल रहीं अटकलें अब खत्म होतीं नजर आ रही हैं। लंबी कवायद के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल (Former Assam Chief Minister Sarbananda Sonowal) को तत्काल प्रभाव से दिल्ली बुलाया गया है जबकि मप्र में कांग्रेस की सरकार (Congress government) गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को दिल्ली न छोड़ने का फरमान जारी कर दिया है।
कयास लगाए जा रहे हैं मोदी कैबिनेट विस्तार में बड़ा फेरबदल (Big reshuffle in Modi cabinet expansion) होने की संभावना है। मोदी कैबिनेट में वर्तमान समय में सिर्फ 53 ही मंत्री है। अब इसको बढ़ा 81 मंत्री किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। भारतीय संविधान (Indian Constitution) के अनुसार मंत्रिमंडल में अधिकतम 81 ही मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस हिसाब से मंत्रिमंडल में 28 और लोगों को समायोजित किया जा सकता है। विस्तार में NDA के सहयोगी दलों में से अपना दल और अन्नाद्रमुक (Apna Dal and AIADMK) को भी जगह मिलेगी। लेकिन JDU को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल विस्तार में एक दर्जन मंत्रियों की छुट्टी होगी और करीब इतनी ही संख्या में मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया जाएगा। चूंकि वर्तमान में 28 मंत्रियों को नई टीम में शामिल करने का विकल्प बचा है। ऐसे में दो दर्जन नए चेहरों को भी विस्तार में टीम मोदी में जगह मिलेगी।
जदयू को तीन पदों का नया प्रस्ताव, नीतीश ने नहीं खोले पत्ते
एनडीए के सहयोगी दल जदयू को सरकार में शामिल होने के लिए दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद देने का नया प्रस्ताव भेजा गया है। लेकिन जदयू विस्तार में शामिल होगा या नहीं, यह बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के रुख पर निर्भर करेगा। नीतीश मंत्रिमंडल में पांच पद मांग रहे हैं। उन्होंने नए प्रस्ताव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
यूपी समेत सभी चुनावी राज्यों पर नजर
विस्तार पर पीएम मोदी (PM Modi) की निगाहें उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly elections)पर होगी। चर्चा है कि इस विस्तार के जरिए पार्टी उत्तर प्रदेश में ब्राम्हण मतदाताओं (Brahmin voters) को खास तौर पर रिझाएगी।
ऐसे में रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi), वरुण गांधी (Varun Gandhi) और रमापति राम त्रिपाठी (Ramapati Ram Tripathi) में से, किन्हीं दो को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा है। इसके अलावा दलित बिरादरी को संदेश देने के लिए रमाशंकर कठेरिया (Ramashankar Katheria) और मुस्लिम मतदाताओं (Muslim voters) को लुभाने के लिए जफर इस्लाम (zafar islam) को मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं भी जताई जा रही है।
नौ मंत्रियों पर अभी काम का अतिरिक्त बोझ
रामविलास पासवान (Ramvilash Paswan) और सुरेश अंगड़ी (Suresh Angadi) के निधन और राजग के सहयोगी रहे शिवसेना और अकाली दल के कोटे के मंत्रियों के इस्तीफे के कारण फिलहाल नौ मंत्रियों के पास अतिरिक्त मंत्रालयों का भी बोझ है। इनमें नितिन गडकरी Nitin Gadkari, प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar), स्मृति ईरानी (Smriti Irani), पीयूष गोयल (Piyush Goyal), हरदीप पुरी (Hardeep Puri), रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad), धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) और हर्षवर्धन (Harshvardhan) शामिल हैं। विस्तार में इन मंत्रियों के काम का बोझ हल्का किए जाने की चर्चा है।