कोरोना का कहरः मप्र के सभी शहरों में 60 घंटे का लाॅकडाउन शुरू, खरगोन, कटनी और बैतूल सात दिन के लिए हुए लाॅक

भोपाल। मध्यप्रदेश के सभी शहरों में आज शाम 6 बजे से लॉकडाउन शुरू हो गया। यह सोमवार सुबह 6 बजे तक यानी 60 घंटे का रहेगा। वहीं, रतलाम जिले में नौ दिन तक लॉकडाउन रहेगा। खरगोन, कटनी और बैतूल में सात दिन तक सब लॉक हो गया है। भोपाल के कोलार में भी आज शाम से नौ दिन के लिए लॉक कर दिया है जबकि भोपाल में घर पहुंचने की जल्दी में जगह-जगह जाम लग गया है। अन्य शहरों में भी अफरातफरी की खबरें हैं।
मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर आउट ऑफ कंट्रोल होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 4882 नए केस मिले हैं। यह आंकड़ा 10 अप्रैल तक 5 हजार के पार हो जाएगा। प्रदेश में अब मौतों का आंकड़ा 4136 हो गया है। 8 अप्रैल को दर्ज 23 मौतें भी शामिल हैं। वहीं प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 30,486 हो गई है।
इससे पहले छिंदवाड़ा में गुरुवार रात 8 बजे से लगातार सात दिन के लिए लॉकडाउन शुरू हो गया है। वहीं, 24 घंटे के अंदर सबसे ज्यादा इंदौर में 887 केस सामने आए हैं। भोपाल में 686, जबलपुर में 326 और ग्वालियर में 298 संक्रमित मिले हैं। भोपाल में कोरोना से 8 महीने की बच्ची की मौत का पहला मामला भी सामने आया है।
एम्स भोपाल में भर्ती आठ महीने की अदीबा की गुरुवार को मौत हो गई। कोरोना संक्रमित मिलने के बाद वह 12 दिन से एम्स में भर्ती थी। भोपाल में कोरोना से ये सबसे कम उम्र के मरीज की मौत है। अदीबा परिवार की इकलौती बच्ची थी। घरवालों के मुताबिक उसे बुखार था और शरीर में झटके लग रहे थे, इसलिए 27 मार्च को एम्स ले गए। घर में और कोई संक्रमित नहीं था।
सिर्फ दमोह में लॉकडाउन नहीं रहेगा
सिर्फ दमोह में लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। यहां 17 अप्रैल को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होना है। आचार संहिता लगी होने की वजह से लॉकडाउन लगाने का फैसला चुनाव अधिकारी को लेना होगा। उपचुनाव के चलते यहां नेताओं की रैलियां हो रही हैं। जिले में रोजाना औसतन 28 कोरोना केस आ रहे हैं। यहां अब तक 94 मरीजों की मौत हो चुकी है। दमोह शहर प्रदेश में मौत के मामले में नौवें नंबर पर है।
पहली बार भोपाल में 31 शवों का अंतिम संस्कार
भोपाल में पहली बार एक ही दिन में 31 कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार हुआ। गुरुवार को भदभदा विश्राम घाट पर 36 शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। इसमें कोरोना संक्रमित 31 शवों का प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया। 13 शव भोपाल के और 18 बाहर के थे। ये प्रदेश में एक दिन में किसी एक शहर में कोविड मरीजों के शवों के अंतिम संस्कार का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
पहली बार भदभदा विश्रामघाट पर कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों के अंतिम संस्कार के लिए तय की गई जगह छोटी और कम पड़ गई और नई जगह तैयार करनी पड़ी। 36 शवों के बाद भी विश्रामघाट में 8 परिवार शव लाने के लिए फोन कर रहे थे, जिन्हें रात हो जाने के चलते अगले दिन आने के लिए समझाया गया।
वहीं, भोपाल के कोलार इलाके में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आज शाम 6 बजे से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। कोलार इलाके की आबादी ढाई लाख से ज्यादा है। यहां अभी 1,800 एक्टिव केस हैं।
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इंदौर में 887 मरीज मिले, रेमडेसिविर पर राहत नहीं
कोरोना का सबसे बड़ा सेंटर इंदौर बन गया है। पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज यहीं मिल रहे हैं। 24 घंटे में यहां 887 मरीज मिले। 4 लोगों की मौत भी हुई है। यहां सबसे ज्यादा कमी रेमडेसिविर इंजेक्शन की है। लगातार चैथे दिन भी इंजेक्शन के लिए दवा दुकानों पर लाइन लगी रही। दवा व्यापारियों का कहना है कि मांग और सप्लाई में चार गुना का फर्क है। मांग लगातार बढ़ रही है, जबकि सप्लाई रोज सिर्फ 400 से 500 इंजेक्शन की हो रही है।
जबलपुर में 326 संक्रमित मिले, अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा
जबलपुर में गुरुवार को 326 नए संक्रमित सामने आए। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। कोरोना से एक मौत भी हुई है। संक्रमण की रफ्तार ऐसी है कि महज चार दिनों में एक हजार का आंकड़ा पार हो गया। जिले में कोरोना के कुल एक्टिव केस 2,015 हो गए हैं। यहां कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 20 पर पहुंच गई है। संक्रमण दर 15ः के ऊपर पहुंच चुकी है। रिकवरी रेट घटकर 89.17ः रह गया है। यहां सैंपल भी कम लिए जा रहे हैं। गुरुवार को सिर्फ 1,815 लोगों के सैंपल लिए गए।
ग्वालियर में 298 केस मिले
ग्वालियर में 24 घंटे में रिकॉर्ड 298 केस मिले हैं। इससे पहले पूरे कोरोना काल में अब तक एक दिन में इतने केस सामने नहीं आए थे। बीते 24 घंटे में एक मरीज की मौत भी हुई है। संक्रमण दर 14.50ः पहुंच गई है। यहां एक्टिव केस 1,464 हैं।