छह साल 35 सरपंचों पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए, एफआईआर किसी पर नहीं करवाई
बैठक में हंगामा होता देख सीईओ ने कैमरे बंद करवा दिए
इंदौर। जिला पंचायत की साधारण सभा में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा-कांग्रेस के नेताओं के बीच तनातनी हुई वहीं अधिकांश सदस्यों के निशाने पर सीईओ वंदना शर्मा रहीं। सांसद शंकर लालवानी बैठक बीच में ही छोड़कर चले गए। कई भाजपाइयों को बोलने का मौका तक नहीं मिला।
साधारण सभा नल-जल योजना, गांवों की सड़कों सहित कई मुद्दों को लेकर आयोजित की गई थी लेकिन पूरी बैठक हंगामे और तु-तु, मैं-मैं पर खत्म हो गई। कांग्रेसी नेताओं ने सीईओ वंदना शर्मा को जमकर निशाने पर लिया। विधायक विशाल पटेल के प्रतिनिधि बलराम पटेल ने आरोप लगाया कि छह साल से 35 सरपंचों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जांच में सही भी पाए गए लेकिन आज तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कार्रवाई गई। दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने अधिकारियों पर काम नहीं करने और बैठक में बुलाने के बावजूद बार-बार बैठक निरस्त करने का आरोप लगाया। सीईओ वंदना शर्मा के रवैये से परेशान सचिव और सरपंच ने तालाबों के गहरीकरण नहीं किए जाने और नल जल योजना में करोड़ों रुपे खर्च करने के बावजूद भी भौतिक सत्यापन नहीं होने का आरोप लगाया।
कचौरी-समोसे चाय की बैठक हो गई है ये
राऊ के विधायक जीतू पटवारी के प्रतिनिधि व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता हरिओम ठाकुर ने कहा ये बैठक कचोरी-समोसे और चाय पर खत्म हो जाती है। नल जल योजना के तहत 300 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अब भी पानी की समस्या खड़ी हैं। जिन सडक़ों पर निर्माण कार्य बताया गया है वे कच्ची पड़ी हैं। विभिन्न योजनाओं के पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत ही नहीं किए जा रहे हैं। अफसर बेलगाम हैं।
कैमरे बंद करवा दिए
बैठक में हंगामा होता देख सीईओ ने अंदर के कैमरे बंद करवा दिए और मीडिया को भी बाहर जाने का कह दिया। इससे नाराज बलराम पटेल ने कहा कैमरे बंद करवा देने से सच्चाई छुप नहीं जाएगी। जब लोकसभा का सीधा प्रसारण हो सकता है तो यहाँ की बैठक दिखाने में क्या हर्ज है।