ज्योतिष

दशहरे पर करें ये छोटे-मोटे उपाय,मिलेगा साल भर लाभ

बुराई पर अच्छारई की जीत के पर्व दशहरा (Dussehra) पर्व चौतरफा खुशहाली लेकर आता है। दशहरा (Dussehra) को बहुत शुभ और सर्वसिपद्ध मुहूर्त माना जाता है। दशहरे के त्योहार को सर्व सिद्ध मुहूर्त के रूप में भी जाना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक इसी दिन मां दुर्गा पृथ्वी यानी कि धरती से अपने लोक के लिए प्रस्थान करती है। इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने अच्छाई में बुराई के प्रतीक दुष्ट रावण का वध भी किया था। इतना ही नहीं नवरात्र में ही कुबेर ने स्वर्ण की वर्षा करके मनुष्यों को धन-धान्य से खुशहाल कर भक्तों का खजाना भर दिया था।ज्यो तिष और तंत्र-मंत्र के लिहाज से भी दशहरा को उपाय (Dussehra Remedies) और टोटके (Dussehra Totke) करने के लिए उत्तम दिन माना गया है. इस दिन किए गए उपाय और टोटकों का कई गुना ज्यादा फल मिलता है।

रुके हुए कार्य को पूरा करने के लिए
विजयादशमी के दिन घर के ईशान कोण में चंदन, कुमकुम और पुष्प से अष्टदल कमल की आकृति बनाएं और देवी जया व वजिया की पूजा करें। इसके बाद शमी वृक्ष की पूजाकर वृक्ष के पास की थोड़ी मिट्टी लेकर अपने घर में रखें। इस उपाय से आपके रूके काम बन जाएंगे।

कानूनी मामलों में होंगे विजयी
अगर आप कानूनी दांव पेंच से परेशान हैं या मुकदमों में फंसे हैं तो दशहरे के दिन शमी के पेड़ की पूजा करें और शाम को उसके नीचे दीपक जलाएं। यह उपाय आपको सभी प्रकार के कानूनी केसों में जीत दिलाएगा।

संकटों से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
भगवान हनुमान संकटमोचन भी कहा जाता है। यदि आपके सामने किसी प्रकार का संकट है तो दशहरे के दिन सुबह गुड़ चने और शाम को लड्डुओं का भोग लगाकर प्रार्थना करें इससे हनुमान जी आपकी रक्षा करेंगे।

हर क्षेत्र में कामयाबी दिलाएगा आपको ये उपाय
किसी भी क्षेत्र में विजय पाने के लिए दशहरे के दिन मां शक्ति का पूजन करें और उन्हें 10 फल चढ़ाकर गरीबों में बांटें। देवी मां को फल चढ़ाते वक्त ‘ॐ विजयायै नम:’ मंत्र का जाप करें। यह उपाय आप दशहरे के दिन दोपहर को करें।

अकाल मृत्यु से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
किसी को अपने बुरे कार्यों के लिए यदि यमलोक का भय सता रहा हो तो दशहरे के दिन मां काली का ध्यान करते हुए उनसे क्षमा मांगें और काला तिल चढ़ाएं। मान्यता के अनुसार, यह उपाय आपको अकाल मृत्यु से बचाएगा।

जमीन जायदाद की समस्या-
विजय दशमी के दिन जमीन जायदाद की समस्या को हल करने के लिए मंगल देव के 21 नामों का लाल आसन पर बैठकर दक्षिण दिशा में मुंह करके पाठ करें।

अचानक आए संकट नाश के लिए
विजय दशमी के दिन अचानक आये संकट के नाश के लिए पूर्व दिशा में मुंह करके पीले आसन पर बैठकर श्री रामरक्षा स्तोत्र का 3 बार पाठ करें पाठ करने से पहले तांबे के लोटे में जल भरकर रखें पाठ के बाद यह जल सारे घर में छिड़क दें।

नकारात्मक दुष्प्रभाव खत्म करने के लिए
विजय दशमी के दिन अपने पर या परिवार पर आए नकारात्मक दुष्प्रभाव को खत्म करने के लिए दक्षिण दिशा में मुंह करके हनुमानजी के सामने तिल के तेल का दिया जलाएं और सुंदरकांड का उच्च स्वर में पाठ करें।

खोए हुए मां सम्मान की प्राप्ति हेतु
विजय दशमी के दिन सुबह के समय तांबे के लोटे से भगवान सूर्य को अर्घ्य दें और पूर्व दिशा में मुंह करके आदित्य हृदय स्तोत्र का 3 बार पाठ करें।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button