परिवार सहित आत्महत्या के प्रयास में 2 की मौत,2 गंभीर ,टाइल्स कटर से बच्चों का गला काटा
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में कोविड-19 (COVID-19) और लॉकडाउन (lockdown) की वजह से लंबे समय से बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से तंग आकर एक सिविल इंजीनियर ने पूरे परिवार के साथ खुदकुशी की कोशिश की। इसमें इंजीनियर रवि ठाकरे और 16 साल के बेटे चिराग की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और 14 साल की बेटी अस्पताल में भर्ती है। घटना भोपाल के मिसरोद की है। इंजीनियर की पत्नी के बयानों के आधार पर प्राथमिक जांच से पता चला है कि इस दंपति ने 2-3 दिन पहले पूरे प्रकरण की योजना बनाई थी. दोनों बच्चों का टाइल्स कटर से गला काटने के बाद दंपत्ति ने जहर खा लिया। यह चौंकाने वाला मामला तब हुआ, जब दोनों बच्चे सो रहे थे। पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर शवों को हमीदिया अस्पताल पहुंचाया।
ये है पूरा मामला
घटना मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) की है, बता दें कि मिसरोद थाना क्षेत्र के सहारा स्टेट में बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की वजह से पूरे परिवार ने आत्महत्या की कोशिश की है, जिस में से 2 की मौत हो गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस वं पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर देखा, तो एक कमरे में रवि और रंजना ठाकरे बेहोश पड़े थे। वहीं दूसरे कमरे में चिराग और गुंजन खून से लथपथ पड़े थे, पुलिस ने चारों को अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने 2 को मृत घोषित कर दिया। वहीं 2 की हालत भी गंभीर है। पुलिस का कहना है कि आशंका है कि पहले रवि और रंजना ने जहर पीया है, इसके बाद इंजीनियर ने सोते में बेटे-बेटी का कटर से गला रेता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिला सुसाइड नोट
इस मामले में अब सुसाइड नोट सामने आया है, जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं रवि ठाकरे, रंजना ठाकरे, अपने पुत्र चिराग ठाकरे और बेटी गुंजन ठाकरे के साथ मानसिक कष्टों के साथ विगत कई वर्षों से जीवन निर्वाह कर रहे थे, परंतु अब हम आर्थिक कारणों के साथ जिंदगी चलाने में असमर्थ हैं। हमारी आत्महत्या में किसी का कोई हाथ नहीं है, मेरी पत्नी और मेरा मानसिक रूप से दिमाग खाली हो चुका है, इसलिए हम आत्मघाती कदम उठा रहे हैं।