कोई भी अपनी मर्जी से नहीं पहनता हिजाब, मुस्लिम महिलाओं को किया जाता है मजबूर: हिजाब विवाद पर योगी की टिप्पणी
नई दिल्ली। कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद (Hijab controversy continues in Karnataka) की आंच देश के लगभग सभी राज्यों में पहुंच गई है। इस बीच अब उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का भी बयान सामने आया है। उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि मुस्लिम महिलाओं (muslim women) पर हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया जाता है। कोई भी अपनी मर्जी से हिजाब नहीं पहनती है। वहीं उन्होंने भगवा के सवाल पर जवाब देते कहा कि हम भगवे को किसी अन्य पर नहीं थोप रहे।
योगी ने आगे कहा कि कोई भी महिला पसंद से हिजाब नहीं पहनती है। क्या महिलाओं ने कभी तीन तलाक को पसंद से स्वीकार किया? उन बेटियों और बहनों से पूछो। वहीं जब उनसे सवाल किया गया कि आपने गजवा ए हिंद (Ghazwa e Hind) का जिक्र क्यों किया तो उन्होंने कहा कि जो लोग तालिबान (Taliban) बनाने का सपना देख रहे हैं, दंगाराज लाने का सपना देख रहे हैं, आधी आबादी को उनके अधिकारों से वंचित रखना चाहते हैं उनसे तो यही बोलना पड़ेगा कि गजवा ए हिन्द का सपना कभी पूरा नहीं होगा।
तो उनके रिश्तेदार बहा रहे थे आंसू
वहीं हिजाब विवाद पर उन्होंने का कि कोई भी बच्ची अपनी मर्जी से हिजाब नहीं पहनती है. वह बोले कि क्या तीन तलाक (triple talaq) को महिलाएं मर्जी से मान लेती हैं? उन बेटियों-बहनों से पूछेंगे तो पता चलेगा। मैंने उनकी आंखों के आंसू देखे हैं। जब उन्होंने अपनी पीड़ा के बारे में बात की, तो उनके रिश्तेदार आंसू बहा रहे थे। जौनपुर की एक महिला ने तीन तलाक को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
संस्था में अनुशासन जरूरी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यक्तिगत कपड़े एक व्यक्ति की पसंद तक सीमित हैं। उन्होंने कहा, “मैंने किसी भी अधिकारी पर अपनी पसंद की पोशाक के लिए मजबूर नहीं किया। क्या मैं अपने कार्यालय में सभी को भगवा पहनने के लिए कह सकता हूं? क्या मैं अपनी पार्टी में सभी को यह कह सकता हूं? मैं ऐसा नहीं कह सकता। अगर कोई संस्था है कि तो वहां एक अनुशासन होना चाहिए।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की यह टिप्पणी कर्नाटक के स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने वाली लड़कियों और महिलाओं पर व्यापक विरोध के रूप में आई है। यह मामला एक महीने पहले तब भड़क गया था जब राज्य के कुछ हिस्सों में हिजाब पहनी कुछ मुस्लिम लड़कियों को कॉलेजों में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इसके बाद से ही राज्य में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।