बांग्लादेश के विदेश मंत्री: बोले- हिंसा के दौरान नहीं तोड़े गए मंदिर और ना ही हुआ दुष्कर्म, भ्रम फैला रहा विदेशी मीडिया
ढाका। बांग्लादेश (Bangladesh) में दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दिन पंडालों पर हुए हमलों (attacks) को लेकर मीडिया में चल रही खबरों को लेकर बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन (Foreign Minister AK Abdul Momen) ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा में 6 लोगों की मौत (6 killed in violence) हुई है, जिसमें 4 मुस्लिम और 2 हिन्दुओं की मौत हुई है। विदेशी मीडिया (foreign media) मरने वालों की संख्या को लेकर बढ़ा चढ़ा कर बता रहा है जो एक प्रोपगेंडा है। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान न तो किसी मंदिर को तोड़ा गया है और न ही किसी महिला के साथ दुष्कर्म (rape) हुआ है।
मोमेन ने कहा कि विदेशी मीडिया जो भी खबरे चला रहा है वह पूरी तरह से भ्रामक और निराधार हैं। उन्होंने आगे कहा कि हिंसा के दौरान देवी देवताओं के साथ बर्बरता और हिंसा (Vandalism and violence against gods and goddesses) की गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए थी। इस पर सरकार ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
उन्होंने कहा कुछ उत्साही मीडिया (enthusiastic media) और सोशल मीडिया (social media) पर इस तरह की कहानी फैलाई गई। यह धार्मिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध सरकार को शर्मिंदा करने के लिए किया गया था। विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने यह भी जोर दिया कि हाल के वर्षों में, बांग्लादेश में हर जगह पूजा मंडपों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है क्योंकि सरकार उनके लिए पैसा देती है। बता दें कि बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन के इस बयान को एक समाचार एजेंसी ने जारी किया।
मुठभेड़ के दौरान 6 लोगों की हुई थी मौत
बयान में विदेश मंत्री मोमेन ने कहा, सभी चल रहे प्रचारों के विपरीत हाल की हिंसा के दौरान केवल 6 लोग मारे गए। पुलिस मुठभेड़ के दौरान 4 मुस्लिम और 2 हिंदू भी मारे गए थे। इनमें से एक की मौत सामान्य थी, जबकि दूसरे ने तालाब में कूदकर जान गंवाई। यज्ञ हिंसक घटनाओं के दौरान किसी का रेप नहीं हुआ और न ही किसी मंदिर को नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ मूर्तियों को तोड़ा गया है। ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, जो नहीं होनी चाहिए थी।