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दिवाली से पहले खतरनाक श्रेणी में पहुंची दिल्ली के हवा गुणवत्ता, फरीदबाद में एक्यूआई पहुंचा 300 के पार

नई दिल्ली। दिवाली (Diwali) से पहले ही देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) और एनसीआर (NCR) की हवा की गुणवत्ता (air quality) बहुत ही खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई है। दिवाली के बाद प्रदूषण बढ़ने के खतरे के बीच दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अलर्ट जोन में पहुंच गया है। 24 घंटे के अंदर राजधानी का सबसे प्रदूषित इलाका बवाना 345 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ रहा। इसके साथ ही नरेला की भी हवा गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (ministry of earth sciences) की वायु मानक संस्था सफर इंडिया का अनुमान है दिवाली की रात तक वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है। दरअसल, अभी पटाखे भी नहीं जल रहे हैं और पराली का धुआं भी काफी कम है लेकिन फिर भी प्रदूषण की धुंध से दम घुंटना शुरू हो गया है। सफर के पूवार्नुमान के अनुसार, 4 से 6 नवंबर के बीच पराली का प्रदूषण 20 से 38 प्रतिशत तक रह सकता है।

दिवाली से ठीक एक दिन पहले दिल्ली के जंतर-मंतर इलाके में बुधवार सुबह air qualityबेहद खराब रही। वायु की गुणवत्ता 222.28 दर्ज की गई, जो सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को ही दिल्ली का AQI 303, फरीदाबाद का 306, गाजियाबाद का 334, ग्रेटर नोएडा का 276 और गुरुग्राम का 287 दर्ज किया गया था। इस सीजन में पहली बार दिल्ली की हवा सबसे खराब श्रेणी में पहुंची है, इससे पहले 17 अक्टूबर को दिल्ली का अदक 298 रिकॉर्ड किया गया था जो कि खराब श्रेणी में आता है।





एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के 1795 मामले दर्ज किए गए। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 तत्व की प्रदूषण में छह फीसदी हिस्सेदारी दर्ज की गई है। इस समय हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम और पूर्व दिशा की ओर है। इस वजह से अधिक पराली जलने के बाद भी दिल्ली में धुआं कम पहुंच रह है। रिपोर्ट का अनुमान है कि दिवाली की रात से पराली का धुआं बढ़ना शुरू होगा और छह नवंबर तक इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। इन दो दिनों के अंदर पराली के धुएं की हिस्सेदारी 20 से 30 फीसदी तक दर्ज की जा सकती है। इससे हवा में पीएम 2.5 व पीएम 10 के स्तर में भी इजाफा होगा और यह बहुत खराब से लेकर गंभीर श्रेणी तक दर्ज हो सकता है।

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