हमीदिया में बड़ी लापरवाही: कोरोना कहर के बीच अस्पताल से 800 से ज्यादा रेमडिसिविर इंजेक्शन चोरी
भोपाल। देश के कोरोना कहर के बीच संक्रमण के प्रकोप से लड़ने के लिए कारगर मानी जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) की मांग तेजी से बढ़ गई है। देश के कई राज्यों में अब इसके चोरी होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। राजस्थान के बाद नया मामला भोपाल में आया है। राजधानी के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) से रेमडेसिविर के 800 से अधिक इंजेक्शन चोरी हो गए हैं। शुरूआती जांच में करीब 816 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी होने का अंदेशा जताया गया है। भोपाल में कुछ ही दिन पहले ही रेमडेसिविर इंजेक्शन का नया स्टॉक आया था। कोहेफिजा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
चोरी की घटना सामने आने के बाद मौके पर शिवराज के मंत्री विश्वास सारंग और डीआईजी इरशाद वली (DIG Irshad Wali) भी मौके पर पहुंचे। मध्य प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की चोरी का यह पहला मामला है। मंत्री विश्वास सारंग (Minister Vishwas Sarang) का कहना है कि चोरी का मामला बेहद गंभीर है। इसकी पुनरावृत्ति ना हो इसलिए इसकी जांच करने की आवश्यकता है।
जल्द सुलझा लेंगे केस: डीआईजी
चोरी की घटना पर डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि चोरी की धाराओं के तहत FIR दर्ज की जाएगी। जहां से इंजेक्शन चोरी हुए हैं वहां CCTV भी अभी तक तो नहीं दिखे है लेकिन हम लोग जल्द ही केस को सुलझा लेंगे। देशभर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग काफी बढ़ गई है। हालांकि कई जगहों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) को लेकर कालाबाजारी की खबरें आ रही हैं। हालांकि प्रशासन इसको लेकर अलर्ट है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने कालाबाजारी के लिए दोषियों को सख्त सजा दिए जाने की बात कही है।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कानपुर के किदवई नगर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। ये लोग कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedicivir Injection) की तस्करी किया करते थे। मुखबिर की सूचना पर इन तीनों को गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ ने इनके पास से 250 से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन भी बरामद किए।