पार्टी का कर्ज उतारने आया समय, सभी एक साथ मिलकर करें काम: सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया ने दिया बड़ा संदेश
नई दिल्ली। इतिहास में सबसे खराब दौर से गुजर रही कांग्रेस एक बार फिर सक्रिय होती नजर आ रही है। जहां एक ओर 13 मई राजस्थान के उदयपुर में तीन दिनी चिंतन शिविर होने जा रहा है, वहीं इससे आज सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज हुई बैठक में सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहे।
सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोेधित करते हुए सोनिया गांधी ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश देते हुए कहा कि पार्टी से आप लोगों को बहुत कुछ मिला है, अब समय आ गया इसका कर्ज उतारने का। उन्होंने आह्वान किया कि बिना किसी स्वार्स्थ के और अनुशासन में रहकर पार्टी को मजबूती देने के लिए हम सब को मिलकर एक साथ काम करना होगा।
पार्टी अध्यक्ष ने कहा, आपको याद होगा कि पिछली मीटिंग के आखिरी में मैंने चिंतन शिविर को लेकर ऐलान किया था। उदयपुर में 13, 14, 15 मई को यह शिविर आयोजित किया जाएगा जिसमें लगभग 400 साथी भाग लेंगे। उनमें से ज्यादातर ऐसे होंगे वे या तो संगठन में किसी पद पर हैं या फिर सरकार में रह चुके हैं। हम चाहते हैं कि सभी का प्रतिनिधित्व हो।
चिंतन शिविर में इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी पार्टी में संतुलन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का दावा करते हुए कहा कि हम चिंतन शिविर के दौरान छह समूह में विचार-विमर्श करेंगे। राजनीतिक और संगठन से जुड़े मुद्दों के साथ ही आर्थिक, सामाजिक न्याय, किसान, युवा को लेकर भी चर्चा की जाएगी। इसके लिए सभी को ये बता दिया गया है कि वे किस समूह में शामिल होंगे। चिंतन शिविर से निकले निचोड़ को 15 मई की दोपहर सीडब्ल्यूसी की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद उदयपुर नवसंकल्प को हम अपनाएंगे।
चिंतन शिविर की तैयारियों का केसी-माकन ने लिया जायजा
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सी वेणुगोपाल, अजय माकन और अशोक गहलोत ने बुधवार को चिंतन शिविर की तैयारियों का जायजा लिया था। बता दें कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के सुझावों पर विचार करने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने घोषणा की थी कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को मजबूत करने और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के मकसद से एक विशेषाधिकार प्राप्त कार्य समूह- 2024 का गठन किया जाएगा।
किशोर ने बाद में पार्टी में शामिल होने और पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार करने के कांग्रेस के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। कांग्रेस ने इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के अलावा 2023 में अन्य राज्यों के चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है।