व्यापार
निर्यात और सेवा सेक्टर में ऐसा ‘पंचामृत’ साल के पांचवे महीने का
मुंबई। इस साल मई (May) का पांचवा महीना देश के आर्थिक जगत में सेवा तथा निर्यात सेक्टर के लिए पंचामृत साबित हुआ है । दोनों ही क्षेत्रों में उत्साहजनक प्रगति दर्ज की गयी है।
पहले बात सेवा क्षेत्र (Service Sector) की। भारत (India) के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में सुधार जारी है और इस साल मई में इसमें पिछले 11 वर्षों की सबसे तेज वृद्धि हुई।
एक मासिक सर्वेक्षण में शुक्रवार को बताया गया कि लागत में बढ़ोतरी के बाजवूद नए व्यवयास में वृद्धि के चलते ऐसा हुआ।
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल का भारत सेवा पीएमआई व्यवसाय गतिविधि सूचकांक मई में बढ़कर 58.9 हो गया, जो अप्रैल में 57.9 था। अच्छी मांग और नए व्यवसाय में वृद्धि के चलते यह बढ़त हुई।
यह लगातार 10वां महीना है, जब सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में विस्तार हुआ। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की आर्थिक संयुक्त निदेशक पोलियाना डी लीमा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के फिर से खुलने से सेवा क्षेत्र को समर्थन मिला है। मई में व्यावसायिक गतिविधियां 11 वर्षों में सबसे गति से बढ़ी, जो नए व्यवसाय से समर्थित थीं।
एक मासिक सर्वेक्षण में शुक्रवार को बताया गया कि लागत में बढ़ोतरी के बाजवूद नए व्यवयास में वृद्धि के चलते ऐसा हुआ।
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल का भारत सेवा पीएमआई व्यवसाय गतिविधि सूचकांक मई में बढ़कर 58.9 हो गया, जो अप्रैल में 57.9 था। अच्छी मांग और नए व्यवसाय में वृद्धि के चलते यह बढ़त हुई।
यह लगातार 10वां महीना है, जब सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में विस्तार हुआ। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की आर्थिक संयुक्त निदेशक पोलियाना डी लीमा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के फिर से खुलने से सेवा क्षेत्र को समर्थन मिला है। मई में व्यावसायिक गतिविधियां 11 वर्षों में सबसे गति से बढ़ी, जो नए व्यवसाय से समर्थित थीं।
ईईपीसी ने दी ये अच्छी खबर
इधर, आज ही भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) (EEPC India) ने कहा है कि वैश्विक बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच मई 2022 में भारत से इंजीनियरिंग समानों का निर्यात (Export) में वार्षिक आधार पर 7.84 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।ईईपीसी के चेयरमैन महेश देसाई ने एक बयान में कहा,” वैश्विक स्तर पर कठिनाइयों के बावजूद भारतीय इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात मई 2022 में 7.84 प्रतिशत बढ़कर 9.29 अरब डॉलर रहा।पिछले वर्ष मई में इंजीनियरिंग निर्यात 8.62 अरब डॉलर था।”