आजादी की प्रदर्शनी में नेहरू पर भारी पड़े सावरकर, बिफरे कांग्रेस के नेता
नई दिल्ली। तेलंगाना के हैदराबाद में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत लगी प्रदर्शनी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता वी हनुमंत राव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि इस प्रदर्शनी में पंडित जवाहर लाल नेहरू की एक भी तस्वीर नहीं लगाई गई, जबकि विनायक दामोदर सावरकर के तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई गई। राव यही नहीं, रुके। उन्होंने आगे कहा कि अगर सावरकर के खिलाफ बोलना देशद्रोह माना जाता है तो मुझे भी जेल में डाल दो। उन्होंने संग्रहालय के निदेशक को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि इस कृत्य से देश के पहले प्रधानमंत्री का अपमान हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह यह एक सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने मांग की कि एक सप्ताह के अंदर पंडित नेहरू के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी के साथ अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरों को भी लगाया जाए, नहीं तो इसके खिलाफ कांग्रेस अपनी कार्ययोजना तैयार करेगी।
कांग्रेस नेता ने अपना हमला आगे भी जारी रखते हुए कहा कि कोई नहीं जानता की सावरकर कौन थे और देश की स्वतंत्रता के क्या योगदान दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत होने वाले कार्यक्रम में देश के पहले प्रधानमंत्री की तस्वीर न होना उनके महान योगदान और बलिदान को दबाने के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा इस तरह का आयोजन विशेष तौर पर पंडित नेहरू की पुण्यतिथि के दिन ही आयोजित करने का क्या मतलब था। आप खासकर स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में लोगों को क्या बताना चाहते हैं?
हनुमंत राव ने कहा कि बीजेपी कहती है कि अगर कोई सावरकर के खिलाफ बोलेगा तो वह देशद्रोही है। राव ने कहा, ‘हां, मैं सावरकर के खिलाफ बोलता हूं। अगर मैं देशद्रोही हूं तो मुझे जेल में डाल दो।’ उन्होंने हा कि एक हफ्ते के अंदर पंडित नेहरू के साथ-साथ सरदार पटेल, महात्मा गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की भी तस्वीर लगाई जाए, वरना कांग्रेस इसके खिलाफ उतरेगी।