राज ठाकरे को लेकर निरुपम ने अपनी ही सरकार को घेरा: बोले- MNS प्रमुख से डरती है राज्य सरकार, इसलिए नहीं कर रही कार्रवाई
मुंबई। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे को लेकर अपनी ही सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सरकार पर निशाना साधते हुए निरुपम ने कहा कि उद्धव सरकार महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से डरती है। इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि 1 मई को औरंगाबाद की रैली में पुलिस की शर्तों का उल्लंघन करने के बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य सरकार मनसे प्रमुख से डरती है।
कांग्रेस नेता ने ये मांग की है कि रैली की शर्तों को तोड़ने के मामले में एमएनएस प्रमुख की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे को राज्य में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने से रोकना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस ने राज ठाकरे को औरंगाबाद में रैली करने के लिए 18 शर्तें रखी थी, जिसमें 13 नियमों का उल्लंघन किया गया है। ऐसे में मुझे समझ नहीं आ रहा है कि अब तक मुंबई पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की है? लगता है राज्य की उद्धव सरकार राज ठाकरे से डर गई है।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि कानून के शासन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। निरुपम ने कहा, देश और महाराष्ट्र में कानून का राज है और जो कोई भी कानून के खिलाफ चुनौती पेश करता है, उससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए। बता दें कि राज ठाकरे ने 1 मई को औरंगाबाद में एक रैली की थी और लाउडस्पीकर के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे सरकार को लताड़ा था। उन्होंने राज्य सरकार को तीन मई तक राज्य के सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मोहलत दी थी। साथ ही ये चेतावनी दी थी कि अगर सरकार उनकी मांग पूरी करने में नाकाम रही तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने आजान से दोगुनी ध्वनि में हनुमान चालीसा बजाएंगे।