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शीत सत्र का तीसरा दिन भी चढ़ेगा हंगामे की भेंट: सांसदों के निलंबन को वापस लेने विपक्ष का प्रदर्शन, राहुल भी पहुंचे

नई दिल्ली। संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है और आज का दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ने के आसार है। दरअसल लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने आंदोलन के दौरान किसानों की मौत (Farmers died during the agitation) का मुद्दा उठाया जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ। हंगामें को बढ़ता देख सभापति ने सत्र को स्थगित करना पड़ा। वहीं इस बीच राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी गरमाया रहा। जिसे लेकर विपक्षी सांसद (Opposition MP) संसद परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा (Gandhi statue) के सामने प्रदर्शन किया। वहीं अब माना जा रहा है कि विपक्ष बिना सांसदों के निलंबन माफी के आगे की कार्यवाही नहीं चलने देगा।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) भी निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सांसदों को समर्थन देने पहुंचे। राहुल गांधी के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) समेत अन्य कई नेता भी नजर आए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मौके पर कहा, ‘हम यह मांग करते हैं कि राज्यसभा के निलंबित सभी 12 सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए। हम एक बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे।’

वहीं राज्यसभा की निलंबित टीएमसी सांसद डोला सेन (TMC MP Dola Sen) ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तो उन्होंने कई बार सदन की कार्यवाही को बाधित किया। लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जनता सब देख रही है, जैसे जनता ने 2021 के बंगाल चुनाव में उन्हें गुड बाय किया है वैसे ही 2024 में देश की जनता उन्हें गुड बाय करेगी।





थरूर ने भी केन्द्र को घेरा
कांग्रेस नेता शशि थरूर (Congress leader Shashi Tharoor) ने केंद्र सरकार (central government) पर निशाना साधते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार को समझना चाहिए की देश में दूसरे लोगों की आवाज को भी सुनना होगा। संसद विचार-विमर्श के लिए है। आपको लोगों को अपने विचार रखने की अनुमति देनी होगी। सिर्फ इस तरह से अब एक प्रजातांत्रिक संसद को चला सकते हैं।’

मंडाविया पेश करेंगे विनियमन विधेयक
वहीं आज स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) आज लोकसभा में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी(विनियमन) विधेयक, 2020 को पेश करेंगे। यह विधेयक सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी क्लीनिकों के विनियमन और पर्यवेक्षण, गलत इस्तेमाल की रोकथाम, प्रजनन प्रौद्योगिकी सेवाओं के सुरक्षित व नैतिक अभ्यास के लिए है। इसके अलावा लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री ओमिक्रॉन को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे।

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