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टीएमसी को मंजूर नहीं कांग्रेस की अगुवाई: शीतसत्र के लिए रणनीति बनाने बुलाई बैठक से किया किनारा

नई दिल्ली। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) को पीछे छोड़ते हुए अब विपक्ष का मुख्य चेहरा बनने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच कल से शुरू हो संसद के शीतसत्र के लिए रणनीति बनाने को लेकर कांग्रेस द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से TMC ने इनकार कर दिया है। इसकी पुष्टि पार्टी के सांसद सुदीप बनर्जी (Sudeep Banerjee) ने की है। इससे यह साफ होता है कि टीएमसी ऐसा एक भी संकेत नहीं देना चाहती, जिससे यह लगे कि उसे कांग्रेस की अगुवाई मंजूर है।

सुदीप बनर्जी ने कहा कि ‘लीडर आफ अपोजिशन मल्लिकार्जुन खड़गे (Leader of Opposition Mallikarjun Kharge) की बुलाई विपक्षी दलों की बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगी, लेकिन पीएम मोदी (PM Modi) और राज्यसभा चेयरमैन की बुलाई दोनों बैठकों में पार्टी हिस्सा लेगी।’ टीएमसी नेता ने कहा कि पार्टी आगामी सत्र में निश्चित रूप से कई मुद्दे सामने लाएगी। बता दें कि यह पहला मौका नहीं जब टीएमसी ने कांग्रेस को झटका दिया है। अभी कुछ दिनों पहले टीएमसी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कीर्ति आजाद, अशोक तंवर और मेघायल में मुकुल संगमा समेत 12 विधायकों को पार्टी में शामिल कर बड़ा झटका दिया था।

इससे पहले ममता बनर्जी से उनके दिल्ली दौरे पर जब यह सवाल किया गया था कि वह सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से क्यों नहीं मिलीं तो उन्होंने जवाब दिया था कि इसकी कोई योजना नहीं है, क्योंकि वे पंजाब चुनाव में व्यस्त हैं। बाद में, उन्होंने कहा, हमें हर बार सोनिया से क्यों मिलना चाहिए? यह संवैधानिक रूप से अनिवार्य नहीं है। उनकी टिप्पणी उनकी पार्टी के एक बड़े विस्तार की होड़ के बीच आई। आपको बता दें कि टीएमसे जॉइन करने वाले अधिकांश नेता कांग्रेस के ही हैं।





संसद सत्र में भी टीएमसी के साथ समन्वय नहीं
इससे पहले टीएमसी के एक नेता ने कहा था कि सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में भी टीएमसी कांग्रेस के साथ समन्वय नहीं करेगी। संसद सत्र में कांग्रेस के साथ पार्टी सहयोग नहीं करेगी। हालांकि, आमजन के हित से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर पार्टी अन्य विपक्षी दलों का साथ जरूर देगी।

मोदी का विकल्प बनने की तैयारी कर रहीं ममता
राजनैतिक जानकारों का कहना है कि ममता बनर्जी ने 2024 लोकसभा चुनावों के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। यही कारण है कि टीएमसी पश्चिम बंगाल से बाहर निकलकर अन्य राज्यों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है और अन्य पार्टियों के बड़े नेताओं को अपने पक्ष में कर रही है। पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में तो भाजपा को भी पार्टी ने कई झटके दिए हैं। तो वहीं भाजपा से नाराज चल रहे कुछ वरिष्ठ नेता भी टीएमसी के पक्ष में बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि पार्टी 2024 चुनाव में विपक्ष का मुख्य चेहरा बन भाजपा से दो-दो हाथ करने के मूड में है।

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