नशे से तबाह होता है परिवार और जीवन, समाज को नशामुक्त बनाने शिवराज ने लिया बडा संकल्प
भोपाल। मध्यप्रदेश में गांधी जयंती के मौके पर यानि रविवार को भोपाल के लालपरेड ग्राउंड से प्रदेशव्यापी नशामुक्ति अभियान शुभारंभ किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, शराब बंदी को लेकर मुखर रहीं पूर्व सीएम उमा भारती, योग गुरु बाबा रामदेव के अलावा कई समुदाय के धर्म गुरु भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि नशा करने से शरीर, मन, बुद्धि और परिवार सभी को नुकसान होता है। विकास गतिविधियों के साथ नागरिकों की जिंदगी को बनाना और उनके जीवन को बचाना सरकार की जिम्मेदारी है।
नशे के मकड़ जाल में फंसने वाले का जीवन तबाह और बरबाद हो जाता है। समाज को नशामुक्त बनाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश के सभी बेटे-बेटियां, भाई-बहन आज सब एकजुट होकर प्रदेश को नशामुक्त बनाने की प्रतिज्ञा लें। नशामुक्त मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि सरकार और समाज मिल कर प्रदेश को नशामुक्त बनाएंगे। सीएम ने धर्मगुरुओं की मौजूदगी में जनता को प्रदेश को नशामुक्त बनाने का संकल्प दिलाया।
मप्र की धरती पर नहीं चलेंगे हुक्का लॉउंज
सीएम ने कहा कि प्रदेश में नशे की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए ऐसी आबकारी नीति बनाई जाएगी, जिससे शराब को प्रोत्साहन नहीं मिले और न पीने वालों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। हुक्का लॉउंज जैसी गतिविधियां प्रदेश की धरती पर नहीं चलेंगी। ड्रग्स और अवैध गतिविधियां चलाने वालों पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
शराब से मुक्ति को जन आंदोलन का स्वरूप देना जरूरी: उमा
वहीं कार्यक्रम में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री मा भारती ने कहा कि आजादी की लड़ाई जब जन-आंदोलन बनी तो देश आजाद हो गया। इसी प्रकार नशे और शराब से मुक्ति को जन-आंदोलन का स्वरूप देना आवश्यक है। इसके लिए शासन और समाज अपनी-अपनी भूमिका निभाएँ। राज्य सरकार को नियंत्रित शराब वितरण की प्रणाली को क्रियान्वित करने के प्रयास करना होंगे। उमा भारती ने कहा कि शिवराज मुख्यमंत्री होने के साथ समाज सुधारक भी हैं। शिवराज सरकार जिस प्रकार से नशामुक्ति के प्रयास कर रही है, उससे शीघ्र ही नशामुक्ति के क्षेत्र में मध्यप्रदेश मॉडल बन कर उभरेगा।