शिवराज एक जिम्मेदारी वाले पद पर बैठे, फिर भी रोज बोलते हैं झूठ: CM आरोपों पर नाथ का पलटवार
भोपाल/ छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले के 06 नगरीय निकायों में चुनाव प्रचार पूरी तरह चरम पर पहुंच चुका है। इसी कड़ी में सीएम शिवराज गुरुवार को दमुआ और सौसर में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस ने पीएम आवास का पैसा लौटाकर गरीबों का हक छीनने और संबल योजना को बंद करने का पाप किया, लेकिन प्रदेश और केंद्र सरकार गरीबों के कल्याण में काम करने के लिए संकल्पित है। उनके इस आरोप पर पूर्व सीएम नाथ ने पलटवार किया।
नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक जिम्मेदारी वाले पद पर बैठे होने के बावजूद रोज झूठ बोलते है, झूठ भी इतना बोलते है कि उनसे झूठ भी शर्मा जाता है। अब आज छिन्दवाड़ा आकर झूठ परोस रहे हैं। कह रहे हैं कि हमने अपनी सरकार में उनकी सरकार की योजनाएं बंद कर दी। संबल योजना को लेकर मेरी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि मैंने गरीबों से जुड़ी यह योजना बंद कर दी थी, जबकि यह एक सफेद झूठ है।
संबल योजना बंद करने का कोई आदेश हो तो दिखाएं शिवराज
नाथ ने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज जी आप सरकार में बैठे है, यदि संबल योजना बंद करने का कोई आदेश मेरी सरकार ने जारी किया हो तो उसका आदेश सामने लेकर जनता के सामने आये। यह जरूर सच है कि शिवराज सरकार ने जिन अपात्रों को इस योजना में जोड़ा था, उसकी जांच प्रशासनिक तंत्र द्वारा की गई थी और जो पात्र मिले थे उनका नाम योजना में रहा और जो अपात्र थे उनका नाम योजना से हटा दिया गया। अब जब गरीब पात्र लोगों का हक, आपकी सरकार में भाजपा के नेता व कार्यकर्ता डकारेंगे तो ये पाप तो मैं होने नहीं दूंगा।
शिवराज की जारी हैं झूठी घोषणाएं
वहीं नाथ ने कारम डैम का जिक्र करते हुए कहा कि कारम डैम के प्रभावितों को आज तक कोई राहत नहीं मिली है, बाढ़ के प्रभावितों को कोई सहायता अभी तक नहीं मिली है, किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिला है और चुनाव देख शिवराज की वही झूठी घोषणाएं जारी है। आज भी झूठी घोषणाएं करने वाले शिवराज जी यह तो बता दें कि प्रदेश में रोज नित नये घोटाले हो रहे हैं, उसके दोषियों को जेल कब भेजेंगे? पोषण आहार घोटाला, कारम डैम घोटाला, यूरिया घोटाला, इसके दोषियों पर कार्यवाही कब होगी? उन्होंने कहा कि शिवराज जी चिंता ना करें, छिन्दवाड़ा जिला भाजपा मुक्त है और आगे भी भाजपा का यहाँ कोई खाता नहीं खुलेगा।