मध्यप्रदेश

जल संकट को लेकर एक्शन में शिवराज: अल सुबह अधिकारियों की लगाई क्लास, बोले- शाम तक वर्कआउट पूरा दें एक्शन प्लान

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह ही सुबह पीएचई विभाग की बड़ी बैठक ली। अलसुबह यह बैठक बुलाने का सबसे बड़ा कारण था राज्य में बिजली के संकट के साथ जल संकट का खड़ा हो जाना। बैठक में शिवराज ने पेयजल की स्थिति को को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कहा कि समस्याओं का समाधान करना और आवश्यक समन्वय कर हल निकालना हमारी जिम्मेदारी भी है और धर्म भी। सीएम ने अधिकारियों को नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

साथ ही अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आप इन निर्देशों पर पूरा वर्क आउट करें, एक्शन प्लान तैयार कर आज शाम तक मेरे समक्ष रखें। दरअसल शिवराज रविवार की देर रात नसरुल्लागंज का दौरा कर लौटे थे और सुबह होते ही उन्होंने पीएचई विभाग के अधिकारियों की बैठक बुला ली। बैठक में पीएस टू सीएम मनीष रस्तोगी, पीएस पीएचई मलय श्रीवास्तव, एमडी जल निगम तेजस्वी नायक, कमिश्नर भोपाल गुलशन बामरा, ईइनसी पीएचई, सीहोर कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम शिवराज ने निर्देश दिए कि लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं और गैप्स को चिह्नित कर तत्काल समाधान किया जाए। अधिकारीगण मैदानी स्तर की केवल अच्छी पिक्चर ही नहीं दिखाएं बल्कि समस्याओं की भी जानकारी भी दें। समस्याग्रस्त इलाकों में अस्थाई और स्थायी समाधान के प्रयास किये जाएं। जल जीवन मिशन की योजनाओं का आकलन कर कार्य मे और तेजी लाएं। ग्राउंड लेवल तक अमले को अलर्ट मोड पर रखें। अमले की और जरूरत है तो आवश्यकतानुसार पूर्ति करें।

इफ्रांस्टचर का करें पूरा उपयोग
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि मेरे मन में तकलीफ है लोगों को पानी समय पर नहीं मिल पा रहा है। यह आपकी ड्यूटी है यदि कोई समस्या हो तो समय पर बताएं। जितना इफ्रांस्टचर बना हो उसका उपयोग कर पानी दें। जहां आवश्यक हो पानी का परिवहन कराएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस टीम की ड्यूटी है कि पानी हर घर में उपलब्ध हो। समस्याग्रस्त इलाको में टेम्पररी और स्थायी समाधान के प्रयास किए जाएं।





पानी नहीं देना पान चिंताजनक
उन्होंने कहा कि वोल्टेज की समस्या के कारण पानी नही दें पाना चिंताजनक है। सीएम शिवराज ने अधिकारियों को विद्युत विभाग से समन्वय कर जल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि आज शाम की बैठक में ग्रामीण विकास, नगरीय विकास, ऊर्जा विकास के प्रमुख अधिकारी भी पूरा वर्क आउट कर आएं। प्रदेश हित और जनता की सेवा ही हमारी प्राथमिकता है। टीम मध्यप्रदेश हर समय प्रदेश हित में कार्यरत है।

अमले को ग्राउंड लेवल तक रखें अलर्ट मोड पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के योजनाओं का आकलन कर इंप्रू करें। ग्राउंड लेवल तक अमले को अलर्ट मोड पर रखे। अमले की और जरूरत है तो आवश्यकतानुसार पूर्ति करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं और गैप्स को चिन्हित कर तत्काल समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारीगण मैदानी स्तर की केवल अच्छी पिक्चर ही नहीं दिखाए, समस्याओं की भी जानकारी भी दें। समस्याओं का समाधान करना और आवश्यक समन्वय कर हल निकालना हमारी जिम्मेदारी भी है और धर्म भी है। उन्होंने अधिकारियों की शाम की भी बैठक बुलाई।

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