मध्यप्रदेश

धामंदा का लाल पंचतत्व में विलीन, डेढ़ वर्षीय बेटे चेतन ने दी पिता जीतेन्द्र को मुखाग्नि, सीएम ने परिवार को बंधाया ढांढस

भोपाल। तमिलनाडु के कुन्नूर (Coonoor of Tamil Nadu) में हेलिकॉप्टर हादसे (helicopter crash) में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) के साथ शहीद हुए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिले के निवासी शहीद जीतेंद्र कुमार (Martyr Jitendra Kumar, resident of Sehore district) का पार्थिव शरीर दिल्ली से विशेष विमान से राजधानी भोपाल (Bhopal) पहुंचा। जहां उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम धामंदा (Home Village Dhamanda) ले जाया गया। अपने लाल को सम्मान देने के लिए राजधानी से लेकर सीहोर (Sehore) तक सड़क के किनारे खड़े लोगों ने फूलों की वर्षा की। शहीद का शव गांव पहुंचने के बाद सैनिक सम्मान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ वीर जवान का अंतिम संस्कार किया गया।

बेहद भावुक माहौल में उस समय सबकी आंखें नम हो गईं, जब शहीद की पार्थिव देह को उनके डेढ़ साल के बेटे चेतन ने मुखाग्नि दी। शहीद को अंतिम विदाई देने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) भी धामंदा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने परिवार को ढांढस भी बंधाया। इसके बाद शहीद के पार्थिव पर पुष्प चक्र (pushp chakr) अर्पित कर अंतिम यात्रा के दौरान अर्थी को कंधा भी दिया। चौहान ने शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि और उनकी धर्मपत्नी को सरकारी नौकरी (Government Job) दी जाएगी। ग्राम के विद्यालय का नाम शहीद के नाम पर होगा। उन्होंने गांव में शहीद जीतेंद्र कुमार की प्रतिमा स्थापित करने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर नायक वर्मा प्रदेश एवं भारत माता के वीर सपूत होने के साथ ही सर्वश्रेष्ठ स्नाइपर थे। उनके परिवार पर हमें गर्व है, जिन्होंने संकट के इस समय का धैर्य से सामना किया। मैं मध्यप्रदेश की समस्त जनता की ओर से नायक श्री वर्मा, सीडीएस विपिन रावत सहित उनकी पूरी टीम को प्रणाम करता हूं। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान स्वर्गीय वर्मा के पिता शिवराज वर्मा, माता धापूबाई एवं उनकी पत्नी सुनीता वर्मा से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त कर ढांढस बंधाया।

अंतिम संस्कार से पूर्व सेना के जवानों द्वारा शहीद को गार्ड आॅफ आॅनर और शस्त्र सलामी दी गई। अंत्येष्टि में जिले के प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी समेत अन्य जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग भी जुटे। इसके पहले आज सुबह दिवंगत जवान की पार्थिव देह भोपाल के राजा भोज हवाईअड्डे से सड़क मार्ग के द्वारा उनके गृह ग्राम पहुंची। इस दौरान भी बड़ी संख्या में लोग दिवंगत सैन्य जवान के अंतिम दर्शन के लिए एकत्रित हुए थे।

बड़ी संख्या में लोग शहीद के घर पहुंचे। इसके साथ ही हाईवे किनारे खड़े होकर लोगों ने नम आखों से अपने सपूत को विदा किया। एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि अंत्येष्टि स्थल तक पहुंचने के लिए दो मार्ग बनाए गए थे। इस बीच पैरा कमांडो के घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई थी, ताकि वहां पर भीड़ नहीं हो। जितेंद्र के निधन से पूरा गांव दुखी है। शहीद की अंतिम यात्रा की तैयारी में हर ग्रामीण जुटा हुआ। ग्रामीणों ने देश सेवा करते शहीद हुए जवान को सभी ने नम आंखों से विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में फूलों की बारिश हुई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button