शहडोल का मामला: शिकारियों के जाल में फंस गया तेंदुआ, पैर में करंट लगने से कई जान
शहडोल। शहडोल जिले में शिकारियों ने जंगली जानवर का शिकार करने के लिए करंट वाली वायर बिछाई थी। इसकी चपेट में आने से एक तेंदुए की मौत हो गई। इस बात की जानकारी वन विभाग ने शनिवार को दी। एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को ब्योहारी वन परिक्षेत्र के के खरपा बीट की झाड़ियों में एक तेंदुओं मृत पाया गया है। तेंदुए की मौत की जानकारी मिलते ही संजय टाइगर रिजर्व के एक डॉग स्क्वायड को सुराग खोजने के लिए लगाया गया था। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि शिकारियों द्वारा लगाए गए बिजली के तार के जाल पर पैर रखने से तेंदुए की मौत हो गई। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने उनसे पूछताछ कर रही है। तेंदुआ करीब सात साल का है। ऐसा लग रहा है कि उसकी मौत दो-तीन दिन पहले हुई है।
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा तेंदुएं
मध्यप्रदेश में देशभर में सबसे ज्यादा तेंदुएं हैं। 2018 में तेंदुओं की गणना की गई थी। इसके हिसाब से मध्यप्रदेश में 3,421 तेंदुएं हैं। दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, जहां सिर्फ 1,783 तेंदुएं हैं। पिछले कुछ समय से मध्यप्रदेश में तेंदुओं की मौत चिंता का कारण बना हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2021 तक पांच साल में 255 तेंदुओं की मौत हुई थी। यानी हर साल तकरीबन 51 तेंदुएं अकेले मध्यप्रदेश में मारे गए हैं। पिछले साल अगस्त तक 56 से अधिक तेंदुओं की मौत हुई थी। इस साल भी करीब इतने ही तेंदुएं मारे जा चुके हैं।