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वैज्ञानिकों का दावा: सबसे बड़े ग्रह ज्यूपिटर पर गोली की स्पीट से चलती है हवा, तूफान की गति से तीन गुना है ज्यादा

वाशिंगटन। दुनिया के 5वें और सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह ज्यूपिटर (बृहस्पति) पर गोली की तरह तेजी से हवा चलती है। खगोल वैज्ञानिकों का दावा है कि ये गति पृथ्वी पर आ चुके सबसे तेज तूफान की गति से भी तीन गुना अधिक है। वैज्ञानिकों के अनुसार बृहस्पति ग्रह पर 1,448 किमी. प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चलती जो 560 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से ऊपर उठती है।

पृथ्वी पर आ चुके सबसे तेज तूफान की गति से भी तीन गुना अधिक हवा तेज
फ्रांस के एस्ट्रोफिजिक्स लैबोरेटरी के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. थिबॉल्ट कैवेली का कहना है कि उनकी टीम ने अध्ययन में पाया है कि बृहस्पति के ध्रुवों पर 400 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से हवा चलती है। एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट में वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा की ये गति बृहस्पति ग्रह के ग्रेट रेड स्पॉट क्षेत्र में प्रवेश करने वाली गति से दो गुना अधिक है। यही नहीं पृथ्वी पर आए अब तक के सबसे तेज और शक्तिशाली तूफान की तुलना में ये तीन गुना अधिक तेज है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अमेरिका के ओकलाहोमा में वर्ष 1999 में पृथ्वी का सबसे तेज तूफान आया था, जिसकी गति 511 किमी प्रति घंटे थी।

हवा के साथ तेज गति वाला भंवर
लैबोरेटरी से जुड़े पीएचडी छात्र बिलाल बेनमाही का कहना है कि ज्यूपिटर पर चलने वाली तेज हवा के साथ भंवर भी देखा गया है। अनुमान है कि भंवर बहुत बड़ा और शक्तिशाली है जिसका व्यास पृथ्वी के
व्यास से चार गुना अधिक तक भी हो सकता है। इसकी ऊंचाई 900 किमी होने का अनुमान है।

रेडियो टेलीस्कोप से मापी हवा की गति
सौर मंडल में हवा की गति को मापने के लिए खगोल वैज्ञानिकों ने 66 विशालकाय रेडियो टेलीस्कोप का इस्तेमाल किया है। इससे ब्रह्मांड में विशेष तौर पर हवा के कारण वहां पर होने वाले सूक्ष्म बदलावों को देखा जा सकता है। सूक्ष्म कणों की गति के आधार पर वहां हवा की गति पता चल जाती है। वैज्ञानिक 30 मिनट से भी कम समय में हवा की गति को मापने में कामयाब हुए हैं।

ये अद्भुत और आश्चर्यजनक परिणाम
टेक्सास के साउथ वेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के वायुमंडलीय शोधकर्ता डॉ. थॉमस ग्रेटहाउस का कहना है कि हवा की गति मापने का जो भी परिणाम आया है वो अद्भुत और आश्चर्यजनक है। बृहस्पति ग्रह को लेकर वैज्ञानिकों को जो कामयाबी मिली है वो शानदार है। अत्यधिक विशाल टेलीस्कोप की मदद से आने वाले समय में इस ग्रह को लेकर और कुछ बेहतर जानकारियां मिल सकती हैं।

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