भारत की स्वदेशी वैक्सीनों का दुनिया भर में बढ़ रहा मान, डब्ल्यूएचओ के बाद अब 96 देशों ने दी मान्यता
नई दिल्ली। भारत (India) में बनीं स्वदेशी वैक्सीनों (indigenous vaccines) का डंका अब पूरी दुनिया में बज रहा है। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Bharat Biotech’s Covaccine) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Serum Institute’s Covishield) को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से मंजूरी मिलने के बाद अब तक 96 देशों ने स्वीकृति दे दी है। इस बात की जानकारी खुद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने दी। उन्होंने बताया कि इन दोनों वैक्सीनों को डब्ल्यूएचओ से स्वीकृति मिलने के बाद 96 देशों ने आपातकालीन उपयोग (emergency use) सूची में शामिल कर लिया है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, WHO ने अब तक ईयूएल में आठ टीकों को शामिल किया है। हमें खुशी है कि इनमें से दो भारतीय टीके हैं – कोवैक्सिन और कोविशील्ड। दुनिया के 96 देशों ने इन दोनों टीकों को मान्यता दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत के दोनों टीकों को मान्यता देने वाले देशों में कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, यूके, जर्मनी, फ्रांस, रूस, बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देश भी शामिल हें। उन्होंने बताया कि देश में अब तब 109 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगाई जा चुकी हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि देश में अब तक 109 करोड़ से अधिक Covid-19 वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। केंद्र के हर घर दस्तक मेगा टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) के तहत, मंत्री ने कहा, टीकाकरण अभियान चलाने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता सभी घरों में जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार दुनिया के बाकी हिस्सों के साथ बातचीत तक रही है ताकि दुनिया के सबसे बड़े Covid-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों को स्वीकार किया सके और उन्हें मान्यता भी दी जा सके, जिससे शिक्षा, व्यवसाय और पर्यटन उद्देश्यों के लिए यात्रा आसान हो सके।