जंग का 46वां दिन: रूसी सेना ने तबाह किए एयर बेस-हथियर डिपो, रेलवे स्टेशन पर मिसाइल दाग बच्चो के लिए लिखा यह संदेश
कीव/मॉस्को। यूक्रेन रूस के बीच बीते 46 दिनों भीषण जंग जारी है। रूस जहां लगातार यूक्रेन के इलाकों को निशाना बना रहा है उससे यही साबित होता है कि आने वाले दिनों में युद्ध थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। रूसी सेना ने मध्य यूक्रेनी मिरहोरोड एयर बेस पर एक हथियार डिपो को तबाह कर दिया। इसी बीच रूस की एक मिसाइल डोनबास क्षेत्र के क्रेमातोर्स्क रेलवे स्टेशन पर गिरी जिस पर ‘ये बच्चों के लिए’ नाम का संदेश लिखा हुआ था।
बता दें कि दोनेस्क क्षेत्र के क्रेमातोर्स्क रेलवे स्टेशन पर हुए मिसाइल हमले में कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हैं। ये लोग रूसी हमले की आशंका में शहर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए एकत्र हुए थे। क्रेमातोर्स्क रेलवे स्टेशन पर हुए हमले से विश्व के नेता स्तब्ध हैं। यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने यूक्रेन की यात्रा के दौरान कहा, इसके लिए कोई शब्द नहीं हैं। रूस के इस व्यवहार की जितनी निंदा की जाए कम है। ब्रिटिश रक्षामंत्री बेन वालेस ने हमले को युद्ध अपराध कहा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने कहा, यह हमला ह्यपूरी तरह अस्वीकार्यह्ण है।
स्टेशन में ज्यादातर एकत्रित थे महिलाएं और बच्चे
स्टेशन के अंदर और आसपास करीब 4,000 नागरिक एकत्र थे और उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। हालांकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने स्टेशन पर हमला करने से इनकार किया लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूसी सैनिकों ने जान-बूझकर ऐसे स्थान को निशाना बनाया जहां आम नागरिक एकत्र थे।
वहीं रूस ने यूक्रेन के पोल्टावा क्षेत्र स्थित हवाई ठिकाने पर पर हमला करके वायुसेना का एक मिग-29 लड़ाकू विमान और एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर भी बर्बाद कर दिया। हमले में मेमिरहोरोड हवाई ठिकाने का बड़ा हिस्सा बुरी तरह तबाह हो गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दोनों हमलों को युद्ध अपराध बताते हुए जोर दिया कि इसकी जवाबदेही तय कर विश्व को सख्त कदम उठाना चाहिए।
रूसी नहीं बदल रहे हैं अपने तरीके
राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया में कहा कि अमानवीय रूसी अपने तरीके बदल नहीं रहे हैं। युद्ध क्षेत्र में हमारे सामने खड़े होने की ताकत एवं हिम्मत नहीं होने के कारण वे अब असैन्य आबादी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बुराई का कोई अंत नहीं है. यदि उन्हें सजा नहीं दी गई, तो वह (रूस) कभी नहीं थमेगा। इस बीच, यूक्रेन के नेताओं ने कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों में रूस से कब्जा वापस लिया गया है, वहां रूसी बलों द्वारा की गई तबाही के कारण आने वाले दिनों में और अधिक भयावह मंजर देखने को मिल सकते हैं।
यूक्रेन को जल्द ईयू की सदस्यता का आश्वासन
यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रमुख उसुर्ला वॉन डेर लेयेन और विदेश मंत्री जोसेप बोरेल ने बूचा शहर जाकर रूसी सेना के नरसंहार के सुबूतों को देखा। लेयेन ने कहा, इस घटना से रूसी सेना का क्रूर चेहरा सामने आया है। उन्होंने यूक्रेन को जल्द यूरोपीय यूनियन की सदस्यता मिलने का आश्वासन भी दिया है।