बच्चों के लिए खुशखबरी: कोवैक्सीन ने टीके का परीक्षण किया पूरा, कंपनी डीसीजीआई को जल्द सौंपेगी रिपोर्ट
हैदराबाद। कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बीच बच्चों के लिए राहत (relief for children) देने वाली खबर आई है। भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (Bharat Biotech International Limited) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कृष्ण एल्ला (krishna ella) ने कहा कि उनकी कंपनी के 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर इस्तेमाल के लिए कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन (anti covid vaccine covaccine) के दूसरे-तीसरे चरण का परीक्षण पूरा हो गया है। बायाटेक कंपनी परीक्षण से जुड़े आंकड़े अगले हफ्ते डीसीजीआई (DCGI) को सौंप सकती हैं।
एल्ला ने बताया कि पीडियाट्रिक कोवाक्सिन के दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण पूरा हो गया है। डाटा का अध्ययन जारी है। अगले सप्ताह हम परीक्षण के जुड़े आंकड़े को दवा नियंत्रक को सौंप सकते हैं। परीक्षण में करीब एक हजार बच्चों को शामिल किया गया था। उन्होंने कहा कि इंट्रानैजल टीका (intranasal vaccine) नाक में ही प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दे सकता है जो कोरोना वायरस (corona virus) का प्रवेश द्वार है और इस तरह बीमारी, संक्रमण और संचरण से सुरक्षा प्राप्त हो सकती है।
एल्ला के मुताबिक, इंट्रानैजल टीके का परीक्षण तीन समूहों पर किया जा रहा है, जिनमें से एक समूह को पहली खुराक के तौर पर कोवैक्सीन टीका दिया गया और दूसरी खुराक के तौर पर इंट्रानैजल टीका दिया गया है यानी नाक से टीका दिया गया। टीके से नाक के भीतर वायरस के खिलाफ इम्युन रिसपॉन्स (immune response) बनता है। वायरस जब नाक के जरिए प्रवेश करता है तो ये वायरस को वहीं पर नष्ट कर सकती है। इस टीके का परीक्षण 650 लोगों पर किया गया है।
अपनी जरूतर पूरी करने के बाद दूसरे देशों को देंगे टीका
भारत बायोटेक ने ये भी स्पष्ट किया है कि कंपनी दूसरे देशों को भी टीका निर्यात करने को तैयार है। डॉ. एला ने कहा कि अभी हमारी कोशिश देश में टीके की जरूरत को पूरा करना है। देश में टीकाकरण लगभग पूरा हो जाएगा तब आगे इस पर विचार किया जा सकता है।